1. Home
  2. हिन्दी
  3. अंतरराष्ट्रीय
  4. तिब्बत भूकंप: 126 मौत, 30,000 से अधिक लोगों को निकाला गया सुरक्षित
तिब्बत भूकंप: 126 मौत, 30,000 से अधिक लोगों को निकाला गया सुरक्षित

तिब्बत भूकंप: 126 मौत, 30,000 से अधिक लोगों को निकाला गया सुरक्षित

0
Social Share

बीजिंग, 8 जनवरी। एवरेस्ट के पास तिब्बत के चीनी क्षेत्र के दूरदराज इलाकों में आए एक बड़े भूकंप के कारण कम से कम 126 लोगों की मौत हो गई और 3,000 से अधिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिसके बाद बचावकर्मियों ने रात भर जीवित बचे लोगों की तलाश की। यह जानकारी मीडिया रिपोर्टों में बुधवार को दी गई। इसके अलावा, 30,000 से ज्यादा लोगों को स्थानांतरित किया गया है और जीवित बचे लोगों की तलाश आज दूसरे दिन भी जारी है।

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हिमालय की तलहटी में मंगलवार को स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे आए भूकंप में 188 अन्य लोग घायल हो गए। बड़े पैमाने पर बचाव अभियान शुरू किया गया, जिससे रात भर -16 डिग्री सेल्सियस के कम तापमान के अनुमान ने बचे हुए लोगों को अतिरिक्त तनाव में डाल दिया था।

इस क्षेत्र में भूकंप आम बात है लेकिन हाल के वर्षों में चीन आया यह सबसे घातक भूकंप था। अमेरिकी भूगर्भ सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार भूकंप की तीव्रता 7.1 थी और इसे नेपाल और तिब्बत सहित पड़ोसी देश भारत के कुछ हिस्सों में भी महसूस किया गया।

रिपोर्ट में कहा गया कि चीन के सरकारी प्रसारक सीसीटीवी द्वारा प्रकाशित वीडियो में तिब्बत के पवित्र शिगात्से शहर में नष्ट हुए घर और गिरी हुई इमारतें दिखाई दे रही हैं, बचावकर्मी मलबे से गुजर रहे हैं और स्थानीय लोगों को मोटे कंबल बांट रहे हैं। चीन मौसम विज्ञान प्रशासन की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी हिमालय में भूकंप के केंद्र के पास तिंगरी काउंटी में रात होने से पहले तापमान -8 डिग्री सेल्सियस तक कम हो गया था।

राज्य मीडिया के अनुसार, स्थानीय समयानुसार 19:00 बजे तक, लगभग 3,609 इमारतें ढह गई थीं और संभावित रूप से हजारों लोग बिना आश्रय के रह गए थे। रिपोर्टों के अनुसार, क्षेत्र में बिजली और पानी में व्यवधान उत्पन्न हुआ, जिससे पत्रकारों को उन तक पहुंचने से रोका जा रहा है, भूकंप के बाद पहले कुछ घंटों के भीतर 40 से अधिक झटके महसूस किए गए।

रिपोर्ट के अनुसार, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हताहतों की संख्या कम करने और प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए हर संभव खोज एवं बचाव प्रयास करने का आह्वान किया है। चीनी वायु सेना ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और प्रभावित क्षेत्र में ड्रोन भेजे गए हैं।

राष्ट्रीय आपातकालीन संचालन केंद्र के एक अधिकारी ने बीबीसी न्यूज़डे से कहा कि हालांकि नेपाल में तेज़ झटके महसूस किए गए, लेकिन कोई बड़ी क्षति या हताहत होने की सूचना नहीं है और केवल मामूली क्षति और घरों पर दरारें हुई है।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code