मेरठ, 8 फरवरी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) पर संविधान निर्माता बाबा साहब डा भीमराव अंबेडकर को अपमानित करने का आरोप लगाते हुये कहा कि इनका नाम समाजवादी, सोच परिवारवादी और काम दंगावादी है।
श्री योगी ने सोमवार को यहां एक चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस और सपा के लोग बाबा साहब का अपमान लगातार करते रहे हैं जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा साहब का सम्मान किया।
उन्होंने बाबा साहब से जुड़े पांच स्थलों को पंच तीर्थ बनाया। बाबा साहब ने कहा था कि जो लोग भारत विभाजन का समर्थन कर रहे हैं, वे पाकिस्तान चले जायं। अगर बाबा साहब की बात मान ली गई होती तो देश में दंगे न होते। 1987 में मेरठ में भी भयंकर दंगा हुआ था। सैकड़ों लोग मारे गए थे। यह सिलसिला चलता रहा, क्योंकि कांग्रेस और सपा के लोग एक ही थाली के चट्टे-बट्टे हैं। ये लोग दंगाइयों को प्रोत्साहित करते हैं। अगर पीएसी न आती तो 87 के दंगे में बहुत नुकसान हुआ होता। जब हमारी सरकार आई तो हमने दंगाग्रस्त इलाकों में पीएसी की बटालियन तैनात करने का आदेश दिया।
सिर्फ अपने परिवार के लिए काम करता है जाति की बात करने वाला
मुख्यमंत्री योगी ने गरीबों के कल्याण के लिए भाजपा भाजपा सरकार की तमाम योजनाओं को विस्तार से बताया। इस दौरान उन्होंने कहा कि गरीब की कोई जाति नहीं होती। जाति की बात करने वाले अवसर मिलने पर सिर्फ अपने परिवार के कल्याण के लिए काम करते हैं। किसी गरीब से पूछिए कि पिछली सरकार ने उसके लिए क्या किया। उत्तर प्रदेश में सपा सरकार ने महज 18 हजार पीएम आवास स्वीकृत कराए थे, वह भी लोगों को दिए नहीं।
जबकि भाजपा सरकार ने 43.50 लाख गरीबों को बिना जातीय भेदभाव के पीएम आवास दिए हैं। न तो किसी गरीब को सिफारिश करनी पड़ी और न ही कहीं किसी को रुपया देना पड़ा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार ने जितने पीएम आवास पूरे प्रदेश में नहीं स्वीकृत कराए उससे अधिक 32 हजार हमने सिर्फ गोरखपुर महानगर में गरीबों को बनाकर दिए हैं। पूरे जिले में यह संख्या एक लाख से भी अधिक है।