नहीं रहे फुटबॉल के ‘जादूगर’ पेले, 82 वर्ष की उम्र में निधन
साओ पाउलो, 30 दिसम्बर। दुनिया के महानतम फुटबॉल खिलाड़ी ब्राजील के पेले का 82 वर्ष की उम्र में गुरुवार को निधन हो गया। वह पिछले कैंसर से जंग लड़ रहे थे और अस्पताल में भर्ती थे। कुछ दिनों पहले पेले की तबीयत काफी बिगड़ गई थी और डॉक्टरों ने कहा था कि उन्हें किडनी और कार्डियक डिसफंक्शन के बाद ज्यादा देखभाल की जरूरत है। उनका सास लेने संबंधी संक्रमण का भी इलाज चल रहा था, जो कोविड-19 के बाद से काफी बढ़ गया था।
पेले की बेटी केली नैसिमेंटो ने इंस्टाग्राम पर पिता के निधन की जानकारी देते हुए लिखा, ‘हम जो कुछ भी हैं, वह आपकी बदौलत हैं। हम आपको बहुत प्यार करते हैं। रेस्ट इन पीस।’
पेले का पिछले साल सितंबर में आपरेशन हुआ था, जिसमें उनका ‘कोलोन ट्यूमर’ निकाला गया था। उनके परिवार या डॉक्टरों में से किसी ने नहीं कहा था कि क्या यह दूसरे अंगों तक भी फैल गया है । पिछले सप्ताह स्थानीय मीडिया ने कहा था कि पेले की कीमोथेरेपी का असर नहीं हो रहा है और डॉक्टरों ने उन्हें प्रशामक देखभाल पर रखने का फैसला किया है। पेले के परिवार ने हालांकि इसका खंडन किया था ।
🇧🇷 The one & only Pelé
⚽️ 1279 goals
🏆 3 FIFA World Cups
🏆 6 Brazilian league titles
🏆 2 Copa Libertadores
🎖️ FIFA Player of the Century
🎖️ TIME 100 Most Important People of the Century🐐 The GOAT & Trailblazer #FIFAWorldCup|#Pele|#BRA pic.twitter.com/U13h7h5ssI
— FIFA World Cup Stats (@alimo_philip) December 29, 2022
तीन बार वर्ल्ड कप जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी
पेले का असल नाम एडसन अरेंटेस डो नैसिमेंटो है। उन्हें फुटबॉल की दुनिया के महानतम खिलाड़ियों में से एक माना जाता था। वह तीन फीफा विश्व कप खिताब जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी रहे, जिन्होंने 1958, 1962 और 1970 में ब्राजील को यह खिताब दिलाने में अहम भूमिका निभाई। पेले ने क्लब और राष्ट्रीय स्तर पर भी कई ट्राफियां जीती थी।
ब्लैक पर्ल के नाम से भी थे मशहूर
पेले का जन्म 23 अक्टूबर, 1940 को ब्राजील के ट्रेस कोराकोएस में हुआ था। पिता डोनडिन्हो भी एक फुटबॉलर थे और फ्लूमिनेंस क्लब की ओर से खेलते थे। दिलचस्प बात ये भी है कि पेले का नाम अमेरिकी वैज्ञानिक थॉमस एल्वा एडिसन के नाम पर रखा गया था। बाद में स्कूल के दिनों में वह ‘पेले’ नाम से जाने जाने लगे।
Pelé, the only man to win the #FIFAWorldCup three times.
A legend of our game.
Rest in peace, the Eternal King. pic.twitter.com/1MS3DPxPDF
— FIFA (@FIFAcom) December 29, 2022
‘ब्लैक पर्ल’ के नाम से भी मशहूर पेले एक बेहतरीन गोल-स्कोरर रहे। फुटबॉल के मैदान पर उनमें में प्रतिद्वंद्वी को छकाने और किसी भी पैर से एक सटीक और शक्तिशाली शॉट के साथ गोल करने की जबर्दस्त क्षमता थी।
ब्राजील को 17 साल की उम्र में जिताया विश्व कप
ब्राजील ने पहला वर्ल्ड कप 1958 में जीता था। इसमें पेले की भी भूमिका अहम रही थी। वह तब केवल 17 वर्ष के थे। पेले ने सेमीफाइनल में फ्रांस के खिलाफ 5-2 की जीत में हैट्रिक गोल दागे थे। इसके बाद फिर स्वीडन के खिलाफ फाइनल मुकाबले में भी उन्होंने दो गोल किए। पेले ने इस वर्ल्ड कप में कुल छह गोल दागे थे जिसके लिए उन्हें बेस्ट यंग प्लेयर का अवॉर्ड भी मिला था।
"For everyone who loves the beautiful game, this is the day we never wanted to come. The day we lost Pelé."
FIFA President Gianni Infantino pays tribute to Pelé:
— FIFA (@FIFAcom) December 29, 2022
करिअर में कुल 1363 मैच खेलकर 1279 गोल दागे
पेले ने अपने करिअर में कुल 1363 मैच खेलकर 1279 गोल दागे। ब्राजील के लिए उन्होंने 92 मैचों में 77 गोल किए थे और सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी रहे। हाल में नेमार ने उनके इस रिकॉर्ड की बराबरी की है। पेले ने फीफा विश्व कप में चार संस्करणों में 14 मैचों में 12 गोल किए हैं, जो रोनाल्डो के बाद किसी भी ब्राजीली द्वारा सबसे अधिक गोल हैं।