कुरनूल बस हादसे में फोरेंसिक टीम का चौंकाने वाला खुलासा – सैकड़ों स्मार्टफोन के विस्फोट से भड़की आग
अमरावती, 25 अक्टूबर। 19 यात्रियों की जान लेने वाले कुरनूल बस हादसे की जांच के दौरान फोरेंसिक टीम ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि बस के लगेज केबिन में बड़ी संख्या में स्मार्टफोन रखे हुए थे, जिसमें भीषण विस्फोट हुआ। इसके चलते आग और भड़क गई।
फोरेंसिक टीम ने प्रारंभिक जांच में पाया कि कुरनूल के बाहरी इलाके चिन्नाटेकुर के पास हुए हादसे के दौरान वेमुरी कावेरी ट्रैवल बस के लगेज केबिन में सैकड़ों मोबाइल फोन रखे हुए थे। इसमें विस्फोट होने से आग और अधिक भड़क गई। इसके चलते भारी जनहानि हुई।
लगेज केबिन में रखे हुए थे पार्सल के 400 से ज्यादा स्मार्टफोन
प्राप्त जानकारी के अनुसार बस ने जैसे ही दोपहिया वाहन को टक्कर मारी, उसका तेल टैंक का ढक्कन फट गया और पेट्रोल रिसने लगा। इसी दौरान दोपहिया वाहन बस के नीचे फंस गया और बस उसे कुछ दूर तक घसीटती हुई ले गई। इस बीच में चिंगारियां निकली और फिर पेट्रोल में आग लग गई। इससे सबसे पहले लगेज केबिन में आग लगी। इस पार्सल में 400 से अधिक स्मार्टफोन रखे हुए थे। तेज गर्मी के कारण फोन की बैटरियां फट गई। इससे आग भड़की और लगेज केबिन के ऊपर वाले हिस्से तक फैल गई।

इसका परिणाम यह हुआ कि लगेज केबिन के ठीक ऊपर वाली सीटों और बर्थ पर बैठे लोगों को भागने तक का समय नहीं मिला। घटनास्थल और जली हुई बस की जांच करने वाली फोरेंसिक टीम ने बताया कि यही कारण है कि बस के आगे की सीटों और बर्थों पर बैठे अधिकतर लोगों की जान चली गई।
बैटरियां फटने से तेज आवाज
जांच के दौरान यह तथ्य सामने आया कि सामान रखने वाले केबिन में स्मार्टफोन की बैटरियां जब एक साथ फटने लगीं तो जोरदार आवाज हुई। ड्राइवर बस रोककर अपनी सीट के पास वाली खिड़की से बाहर निकला और यात्रियों को बस में फंसा छोड़कर वहां से भाग गया। बस पहले से ही घने धुएं और आग की लपटों में घिरी हुई थी। हालांकि बस के अंदर फंसे यात्रियों ने बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन उनकी कोशिशें बेकार गई क्योंकि दायीं ओर का आपातकालीन द्वार नहीं खुला।
नियमों के विरुद्ध माल का ढोया जा रहा था
नियमानुसार अपने निजी सामान के अलावा किसी भी अन्य सामान का परिवहन यात्री वाहनों में नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन प्राइवेट ट्रैवल्स बसों के मालिक सामान ढोने के लिए यात्री वाहनों का उपयोग कर रहे हैं। वे कमर्शियल सामानों को बस केबिन में रख कर ढोते हैं। इससे हादसे की स्थिति में आग लगने से दुर्घटना की गंभीरता बढ़ जाती है।
