टी20 विश्व कप क्रिकेट : गेंदबाजों की विफलता से टीम इंडिया की 10 विकेट से शर्मनाक हार, गत उपजेता इंग्लैंड और पाकिस्तान खेलेंगे फाइनल
एडिलेड, 10 नवम्बर। जरूरत के वक्त भारतीय गेंदबाजी नकारा साबित हुई और टीम इंडिया को एडिलेड ओवल ग्राउंड पर गुरुवार को टी20 विश्व कप क्रिकेट टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में 24 गेंदों के शेष रहते गत उपजेता इंग्लैंड के हाथों 10 विकेट की शर्मनाक पराजय झेलनी पड़ी। इंग्लैंड की अब 13 नवम्बर को खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान से भिड़ंत होगी।
एलेक्स हेल्स व बटलर ने भारतीय गेंदबाजों की दुर्गति कर डाली
दरअसल, इंग्लैंड के ओपनरद्वय एलेक्स हेल्स (नाबाद 86 रन, 47 गेंद, सात छक्के, चार चौके) व कप्तान जोस बटलर (नाबाद 80 रन, 49 गेंद, तीन छक्के, नौ चौके) ने भारतीय गेंदबाजों की दुर्गति कर डाली। हेल्स व बटलर के विद्युतीय अर्धशतकीय प्रहारों और उनके बीच 96 गेंदों पर 170 रनों की रिकॉर्डतोड़ अटूट साझेदारी का नतीजा यह हुआ कि इंग्लैंड ने 16 ओवरों में ही एक भी विकेट गंवाये बिना 169 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया।
The highest partnership in #T20WorldCup history inspires England to a stunning win over India in the semi-finals in Adelaide 😍#INDvENG | 📝: https://t.co/PgKzpNrdvB pic.twitter.com/F9nyZpHdSg
— ICC (@ICC) November 10, 2022
इसके पूर्व सिक्के की उछाल गंवाने वाले भारत ने धीमी शुरुआत के बाद हार्दिक पांड्या के तूफानी अर्धशतक (63 रन, 33 गेंद, पांच छक्के, चार चौके) और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में चार हजार रन पूरे करने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज विराट कोहली (50 रन, 40 गेंद, एक छक्का, चार चौके) के सहयोग से छह विकेट पर 168 रनों का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया था।
पिछले टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के हाथों 10 विकेट से हारे थे
इस दयनीय समर्पण के बीच भारतीय गेंदबाजों ने 24 अक्टूबर, 2021 की कड़ुवी यादें ताजा कर दीं, जब दुबई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए पिछले टी20 विश्व कप के सुपर12 मैच में वे पाकिस्तान का एक भी विकेट नहीं गिरा सके थे और और टीम इंडिया को वहां भी 10 विकेट की पराजय सहने के साथ सेमीफाइनल से पहले ही बाहर होना पड़ा था।
भारतीय गेंदबाजों की दुर्गति का अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है कि ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ हेल्स व बटलर की मार से कोई भी नहीं बच सका। दोनों बल्लेबाजों ने पूरी पारी के दौरान 10 छक्के और 13 चौके जड़ते हुए गेंदबाजों के कस बल ढीले कर दिए। इसी क्रम में उन्होंने टी20 विश्व कप में किसी भी विकेट पर सर्वोच्च भागीदारी का नया रिकॉर्ड भी बना दिया।
भारतीय पारी की बात करें तो उसने धीमी शुरुआत के बीच पॉवरप्ले में केएल राहुल (5) का विकेट खोकर 38 रन बनाए थे जबकि 10 ओवरों में स्कोर बोर्ड पर सिर्फ 62 रन थे। कप्तान रोहित शर्मा (27 रन, 28 गेंद, चार चौके) दो जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके और क्रिस जॉर्डन (3-48) की गेंद पर लौट गए। पिछले मैच के हीरो सूर्यकुमार यादव (14 रन, 10 गेंद, एक छक्का, एक चौका) भी ज्यादा दूर नहीं जा सके (3-75)।
कोहली व हार्दिक के बीच 61 रनों की साझेदारी
हालांकि मौजूदा विश्व कप के छह मैचों में चौथा अर्धशतक जड़ने वाले कोहली ने हार्दिक के साथ 40 गेंदों पर 61 रन जोड़कर दल को गति पकड़ाई। विराट के लौटने के बाद हार्दिक ने रफ्तार पकड़ी और ऋषभ पंत (6 रन) व रविचंद्रन अश्विन (0) की मौजूदगी में अपना अर्धशतक पूरा करते हुए दल को 168 तक पहुंचाया। भारत ने अंतिम पांच ओवरों में 68 रन और अंतिम 18 गेंदों पर 50 रन ठोके। फिलहाल अंत में गेंदबाजों की विफलता ने बल्लेबाजों के प्रयासों पर पानी फेर दिया।