तमिलनाडु : गिरफ्तारी के बाद बिजली मंत्री सेंथिल के सीने में उभरा दर्द, डॉक्टरों ने बाईपास सर्जरी की दी सलाह
चेन्नई, 14 जून। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम ने तमिलनाडु के बिजली और आबकारी मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को आज सुबह मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में गिरफ्तार किया। लेकिन गिरफ्तारी के साथ ही सेंथिल के सीने में तेज दर्द उठा, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने चेकअप के बाद उन्हें यथाशीघ्र बाईपास सर्जरी की सलाह दे दी।
दरअसल, तमिलनाडु सरकार में मंत्री सेंथिल को धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत नकदी के लिए नौकरी घोटाले में पूछताछ के एक लंबे सत्र के बाद आज गिरफ्तार किया गया था।
मुख्यमंत्री स्टालिन ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया
इस बीच मुख्यमंत्री एमके स्टालिन अस्वस्थ मंत्री वी. सेंथिल का हाल-चाल लेने अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने सेंथिल की गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है।
एमके स्टालिन का कहना है कि भाजपा की धमकियों से डीएमके डरने वाली नहीं है और लोग भाजपा को 2024 के चुनावों में सबक सिखाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सेंथिल बालाजी और डीएमके, दोनों इस मामले को कानूनी रूप से बहादुरी से लड़ेंगे।
स्टालिन ने आरोप लगाया कि ईडी के अधिकारियों ने पूछताछ के दौरान सेंथिल बालाजी को इस हद तक प्रताड़ित किया कि उन्हें सीने में दर्द हुआ। सेंथिल ने यह भी कहा कि वह जांच अधिकारियों के साथ सहयोग कर रहे थे, इसके बावजूद उन पर दबाव डाला गया।
ईडी की ओर से गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही सेंथिल ने सीने में दर्द की शिकायत की
गौरतलब है कि ईडी ने ठीक 24 घंटे पहले सेंथिल बालाजी के परिसरों में छापेमारी की थी। लगभग 1.30 बजे जब मंत्री को सूचित किया गया कि उन्हें जांच एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया जाएगा, उन्होंने सीने में दर्द की शिकायत की और उन्हें चेन्नई के ओमानदुरार सरकारी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। डीएमके नेता के अस्पताल ले जाए जाने के दौरान काफी हंगामा भी हुआ। उनके समर्थकों द्वारा नारेबाजी की गई। दरअसल, ये कार्यकर्ता केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की काररवाई की विरोध कर रहे थे।