नरेंद्र मोदी: कार्यकर्ता और राष्ट्रनेता
(विजय चौथाईवाले) इस लेख का शीर्षक “कार्यकर्ता और राष्ट्रनेता” है। “कार्यकर्ता से राष्ट्रनेता” नहीं। क्योंकि मेरी दृष्टि में मोदी जी भले ही राष्ट्रनेता बन चुके हों, लेकिन उनके हृदय में कार्यकर्तापन आज भी उतना ही जीवित है। एक दृष्टि से यह यात्रा कार्यकर्ता से राष्ट्रनेता तक की दिखाई देती है, लेकिन उनके मन में कार्यकर्ता की […]
