योगी सरकार की सख्ती – यूपी में वाहनों पर जातिसूचक शब्द लिखने वालों के खिलाफ होगी काररवाई
लखनऊ, 19 अगस्त। अब वाहनों पर जाति लिखने वालों की खैर नहीं है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को इस संबंध कड़े निर्देश दिए हैं। वाहनों पर जातिसूचक शब्द लिखने वालों पर सख्त काररवाई की जाएगी। पूरे प्रदेश में सख्त चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। इस मामले में पुलिस के ऊपर किसी की भी सिफारिश नहीं चलेगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने अवैध वाहन स्टैंड चलाने वालों पर भी काररवाई के निर्देश भी दिए हैं। चेन स्नेचिंग और छोटी घटनाओं पर तत्काल एक्शन लेने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम योगी ने अफसरों को निर्देश दिए हैं। प्रदेश में ‘Ease of doing business’ की दिशा में किसी प्रकार का अवरोध न उत्पन्न हो। किसी भी उद्यमी, व्यापारी, शैक्षिक संस्था, चिकित्सालय, भवन निर्माताओं, होटल रेस्टोरेंट इत्यादि से सम्बन्धित मालिक तथा प्रबन्धन स्तर के कर्मचारियों का किसी प्रकार से उत्पीड़न न होने पाए। इसके लिए शासन-प्रशासन दृढ़ संकल्पित है। प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीकृत करने से पूर्व प्रारम्भिक जांच कराये जाने की एक औपचारिक प्रक्रिया निर्धारित की गई है।
प्रथम सूचना रिपोर्ट पंजीकृत करने से पूर्व प्रारम्भिक जांच करवाने सम्बन्धी निर्गत निर्देशों के संबंध में ब्रीफ किया जाएगा। सभी महत्वपूर्ण संस्थानों / प्रतिष्ठानों जैसे- चिकित्सा, शिक्षा, विनिर्माण आदि में आकस्मिक दुर्घटनाओं में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने से पूर्व यह सुनिश्चित किया जाएगा। प्रार्थना पत्र में नामित अभियुक्त का घटना से प्रत्यक्ष संबंध है कि नहीं, आरोपी को व्यवसायिक प्रतिद्वंदिता विवाद / स्वेच्छाचारिता के कारण तो नामित नहीं किया जा रहा है या कहीं अनावश्यक दबाव / अनुचित लाभ के उद्देश्य से तो नामित नहीं किया गया है।
पहली बार 500 और फिर होगा 1500 रुपये जुर्माना
परिवहन विभाग के प्रवर्तन अफसरों के अनुसार, अगर नंबर प्लेट गलत साइज और आड़े तिरछे अंकों में मिली तो उस पर 5 हजार रुपये जुर्माना हो सकता है। जातिसूचक शब्द लिखाने वालों के पकड़े जाने पर धारा 177 के तहत काररवाई की जाएगी। इसमें पहली बार में 500 और दोबारा पकड़े जाने पर 1500 रुपये जुर्माना अदा करना पड़ेगा।