शेयर बाजार में लगातार पांचवें दिन गिरावट, सेंसेक्स मामूली नुकसान के साथ बंद, निफ्टी 3 अंक कमजोर
मुंबई, 30 दिसम्बर। वर्ष 2025 की समाप्ति से एक दिन पहले मंगलवार को हल्के कारोबार के बीच भारतीय शेयर बाजार लगभग सपाद बंद हुए। हालांकि यह लगातार पांचवां कारोबारी सत्र था, जब बेंचमार्क इंडेक्स लाल निशान पर ठहरे। इस क्रम में बीएसई सेंसेक्स ने जहां 20 अंकों का मामूली नुकसान देखा वहीं एनएसई निफ्टी में तीन अंक की कमजोरी दिखी।
वस्तुतः विदेशी संस्थागत निवेशकों की लगातार पूंजी निकासी और वैश्विक शेयर बाजारों में नरम रुख ने निवेशकों की धारणा को प्रभावित किया। वहीं PSU बैंकों, मेटल और ऑटो शेयरों में बढ़त को IT, FMCG, रियल्टी और फार्मा शेयरों में बिकवाली के दबाव ने बेअसर कर दिया।
सेंसेक्स 0.02 प्रतिशत गिरकर 84,675.08 अंक पर बंद
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स में लगातार पांचवें दिन गिरावट आई और यह 20.46 अंक यानी 0.02 प्रतिशत गिरकर 84,675.08 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 84,806.99 के ऊपरी और 84,470.94 के निचले स्तर तक गया। इसमें कुल 336.05 अंकों का उतार-चढ़ाव देखा गया। सेंसेक्स से संबद्ध कम्पनियों में 12 के शेयर लाभ में रहे जबकि 18 में कमजोरी दिखी।
निफ्टी 3.25 अंकों की गिरावट के साथ 25,938.85 पर बंद
उधर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का 50 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक निफ्टी 3.25 अंक यानी 0.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,938.85 अंक पर स्थिर बंद हुआ। निफ्टी से संबद्ध कम्पनियों में 16 के शेयरों में मजबूती दिखी तो 34 को नुकसान झेलना पड़ा।
इटर्नल के स्टॉक ने सर्वाधिक 2.10 फीसदी की गिरावट देखी
सेंसेक्स में शामिल कम्पनियों में से इटर्नल के स्टॉक ने सर्वाधिक 2.10 फीसदी की गिरावट देखी। इन्फोसिस, एशियन पेंट्स, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, एचसीएल टेक और टाइटन के शेयर भी प्रमुख रूप से नुकसान में रहे। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व और एक्सिस बैंक शामिल हैं।
एफआईआई ने 2,759.89 करोड़ रुपये के शेयर बेचे
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को 2,759.89 करोड़ रुपये के शेयर बेचे जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 2,643.85 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.47 प्रतिशत बढ़कर 62.23 डॉलर प्रति बैरल पर रहा।
