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हॉकी : भारतीय पुरुषों की अभूतपूर्व उपलब्धि, एफआईएच विश्व रैंकिंग में उच्चतम तीसरी पोजीशन पर पहुंचे

हॉकी : भारतीय पुरुषों की अभूतपूर्व उपलब्धि, एफआईएच विश्व रैंकिंग में उच्चतम तीसरी पोजीशन पर पहुंचे

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नई दिल्ली, 1 अगस्त। पिछले 40 वर्षों से नौवें ओलंपिक स्वर्ण पदक की तलाश में भटक रही भारतीय पुरुष हॉकी टीम टोक्यो में अपना लक्ष्य हासिल कर पाएगी अथवा नहीं, यह तो वक्त बताएगा। फिलहाल ग्रुप चरण में जानदार प्रदर्शन के सहारे उसने एक अभूतपूर्व उपलब्धि पहले ही हासिल कर ली है और अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) की विश्व रैंकिंग में पहली बार अपनी उच्चतम तीसरी रैंकिंग पर जा पहुंची है।

2003 में रैंकिंग की शुरुआत के बाद से भारत को पहली बार तीसरा स्थान

एफआईएच ने वर्ष 2003 में विश्व रैंकिंग प्रणाली की शुरुआत की थी और तब से यह पहला मौका है, जब भारतीय पुरुष तीसरी रैंकिंग तक पहुंचे हैं। टोक्यो खेलों में उतरने से पहले यानी पिछले माह जून में भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया, विश्व चैंपियन बेल्जियम और नीदरलैंड्स के पीछे चौथी रैंकिंग पर थी। लेकिन ओलंपिक के ग्रुप चरण में मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली टीम के जानदार प्रदर्शन का यह नतीजा रहा कि उसने नीदरैंड्स को चौथे स्थान पर धकेल दिया।

पूल चरण में ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर रहा

मौजूदा ओलंपिक हॉकी में छह टीमों के पूल ए के दूसरे मैच में भारतीय टीम ने निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ निराश किया और उसे 1-7 की शर्मनाक पराजय झेलनी पड़ी। लेकिन उस मैच को छोड़ दें तो भारतीयों का प्रदर्शन शानदार रहा और उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पीछे पूल में दूसरे स्थान पर रहते हुए अंतिम आठ में जगह बनाई।

मनप्रीत एंड कम्पनी ने मौजूदा चैंपियन अर्जेंटीना को भी मात दी

भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड (विश्व रैंकिंग 8) को 3-2 व स्पेन (विश्व रैंकिंग 9) को 3-0 से हराने के बाद रियो ओलंपिक के चैंपियन अर्जेंटीना (विश्व रैंकिंग 7) के खिलाफ 3-1 से जीत हासिल की और अंतिम मैच में मेजबान जापान को 5-3 से शिकस्त देकर ग्रुप चरण में 12 अंक बटोरे जबकि ऑस्ट्रेलिया ने चार जीत व एक बराबरी से 13 अंक अर्जित किए। क्वार्टर फाइनल में भारत के प्रतिद्वंद्वी ग्रेट ब्रिटेन ने भी रैंकिंग में एक पायदान की छलांग लगाई है और वह जर्मनी को पीछे छोड़ पांचवें स्थान पर जा पहुंचा है।

अंतिम बार मॉस्को 1980 में हाथ लगा था स्वर्ण पदक

यह कहने की जरूरत नहीं रैंकिंग में उछाल भारतीय हॉकी के लिए एक अच्छा संकेत माना जा सकता है। आठवीं व अंतिम बार 1980 के मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक इतिहास की सबसे सफल टीमों में एक है। पदक जीतने का दबाव मनप्रीत और उनके साथियों पर जरूर होगा, लेकिन उन्होंने अब तक एक समय में एक गेम लेने के लिए उत्कृष्ट संयम दिखाया है।

एफआईएच की नवीनतम विश्व रैंकिंग में शीर्ष 10 टीमें इस प्रकार हैं :
1. ऑस्ट्रेलिया, 2. बेल्जियम, 3. भारत, 4. नीदरलैंड्स, 5. ग्रेट ब्रिटेन, 6. जर्मनी, 7. अर्जेंटीना, 8. न्यूजीलैंड, 9. स्पेन, 10. कनाडा।

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