23 माह बाद जेल से छूटते ही पुराने तेवर में दिखे आजम खां, बसपा में जाने की अटकलों को दिया विराम
सीतापुर, 23 सितम्बर। समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और प्रदेश सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री मो. आजम खां अन्यान्य मामलों में 23 माह तक जेल में रहने के बाद मंगलवार की सुबह सीतापुर जेल से रिहा होते ही पुराने तेवर में नजर आए। इस क्रम में मीडिया से संक्षिप्त बातचीत के दौरान भी उनका शायराना अंदाज दिखा।
‘पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा.. हाल हमारा जाने हैं’
जेल के अंदर से ही कार में बेटे के साथ बाहर आए आजम ने अपना हाल बयां करते हुए कहा – ‘पत्ता-पत्ता, बूटा-बूटा.. हाल हमारा जाने हैं।’ उन्होंने बसपा में जाने की अटकलों पर भी दो टूक जवाब देकर विराम लगा दिया। गौरतलब है कि मो. आजम खां को पिछले हफ्ते हाई कोर्ट ने जमानत दी थी। इसके बाद सोमवार की शाम उनका परवाना जेल पहुंचा और चालान आदि जमा करने की औपचारिकता पूरी करने के बाद आज सुबह उन्हें रिहा कर दिया गया।
‘पहले 3 और अब 2 यानी 5 साल तो देश–दुनिया से बिल्कुल अलहदा रहा’
आजम खां ने मीडिया से बातचीत के दौरान बसपा में जाने की अटकलों पर कहा, ‘जो लोग अटकलें लहा रहे हैं, वही इस बारे में कुछ बता पाएंगे। जेल में तो मेरी किसी के मुलाकात नहीं होती थी। किसी को कोई राफ्ता ही नहीं था। जेल से फोन करने की भी मुझे इजाजत नहीं थी। पहले तीन साल और अब दो साल यानी पांच साल तो देश-दुनिया से बिल्कुल अलहदा रहा।’
योगी सरकार ने एक के बाद एक कुल 72 मुकदमे लादे थे
उल्लेखनीय है कि यूपी में योगी सरकार आने के बाद आजम खां पर एक के बाद एक 72 मुकदमे दर्ज हुए और जेल में जाना पड़ा। जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार ने उनसे कोई बदला लिया है? इस पर आजम ने कहा, ‘बदला तो वहां होता है, जहां किसी के साथ बुरा किया हो। मैंने तो दुश्मनों के साथ भी बहुत अच्छा सलूक किया है। पूरी सरकार में कोई नहीं कह सकता कि मेरी कलम से किसी के साथ नाइंसाफी हुई है।’
इस सरकार में आजम को दो बार जेल में रहना पड़ा है
मुकदमों की बहुतायत की ही वजह से आजम खां को योगी सरकार के कार्यकाल में अब तक दो बार जेल में रहना पड़ा है। पहली बार उन्हें 27 महीने और दूसरी बार 23 महीने तक जेल में व्यतीत करने पड़े। मई, 2022 में जमानत पर रिहा होने के बाद सपा के दिग्गज नेता सिर्फ 17 महीने ही बाहर रह सके थे। इसके बाद उन्हें फिर से अक्टूबर, 2023 में जेल जाना पड़ा। अब रिहाई के दौरान सीतापुर जेल के बाहर आजम खां के समर्थकों का जमावड़ा देखा गया। जेल से निकलते ही कई गाड़ियों के काफिले के साथ वह रामपुर के लिए रवाना हो गए।
न्याय में विश्वास बनाए रखने के लिए अदालत का दिल से शुक्रिया – अखिलेश
इस बीच आजम के बाहर आते ही बयानबाजी भी तेज हो गई ह। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आजम खां की रिहाई को न्याय और समाजवादियों की जीत बताया है। कहा कि आजम खान जी की रिहाई उनके और उनके परिवार और हम सब के साथ-साथ, उन सब लोगों के लिए राहत और खुशी की बात है, जो ‘इंसाफ’ में ऐतबार करते हैं। न्याय में विश्वास को बनाए रखने के लिए अदालत का दिल से शुक्रिया।’
फर्जी मुकदमे करने वालों को भी सबक मिल गया
अखिलेश ने कहा कि आज फर्जी मुकदमे करने वालों को भी ये सबक मिल गया है कि हर ‘झूठ’ की एक मियाद होती है और हर ‘साजिश’ की भी। जो लोग सामाजिक सौहार्द के प्रतीक होते हैं, भाजपा को वो कभी अच्छे नहीं लगते। आजम खान जी एक बार फिर से हर उपेक्षित, पीड़ित, दुखी, अपमानित के साथ खड़े होकर, भाजपाइयों और उनके संगी-साथियों के द्वारा किये जा रहे जनता के दमन के खिलाफ आवाज उठाएंगे और हमेशा की तरह देश-प्रदेश की भावनात्मक एकता के प्रतीक बनकर, समाजवादी मूल्यों और सिद्धांतों के साथ, सामाजिक न्याय के संघर्ष की राह पर आगे बढ़ते जाएंगे!
