सीताराम येचुरी के परिवार का फैसला : AIIMS को दान में दिया जाएगा CPIM नेता का पार्थिव शरीर
नई दिल्ली, 12 सितम्बर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के दिवंगत महासचिव सीताराम येचुरी के परिवार ने फैसला किया है कि CPIM नेता का पार्थिव शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) दिल्ली को दान में दिया जाएगा। AIIMS ने एक बयान में कहा कि येचुरी के परिवार ने लर्निंग और रिसर्च के लिए उनका पार्थिव शरीर अस्पताल को दान कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि दशकों तक वामपंथी राजनीति की धुरी रहे 72 वर्षीय कामरेड सीताराम येचुरी का गुरुवार को दिन में एम्स दिल्ली में ही निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। उनकी हालत पिछले कुछ दिनों से गंभीर बनी हुई थी और रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन के उपचार के निमित्त उन्हें आर्टिफिशियल रेस्पिरेटरी सिस्टम पर रखा गया था।
CPIM ने डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ का किया धन्यवाद
इस बीच CPIM ने ‘X’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘अत्यंत दुख के साथ सूचित किया जाता है कि CPIM के महासचिव, हमारे प्रिय कॉमरेड सीताराम येचुरी का आज 12 सितम्बर को दोपहर तीन बजकर तीन मिनट पर AIIMS, नई दिल्ली में निधन हो गया। वह श्वसन नली के संक्रमण से पीड़ित थे, जिसके कारण जटिलताएं पैदा हो गईं। हम कॉमरेड येचुरी के बेहतरीन इलाज और उनकी देखभाल के लिए डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ और संस्थान के डायरेक्टर को धन्यवाद देते हैं।’
अंतिम दर्शन के लिए पार्टी मुख्यालय में रखा जाएगा पार्थिव शरीर
CPIM ने एक बयान में कहा कि येचुरी का पार्थिव शरीर शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक पार्टी मुख्यालय में जनता के दर्शन और श्रद्धांजलि के लिए रखा जाएगा। इसके बाद, पार्थिव शरीर को AIIMS ले जाया जाएगा, जहां उनकी इच्छा के अनुसार इसे मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर दिया जाएगा।
Covid-19 के कारण गई थी एक बेटे की जान
येचुरी के शोक संतप्त परिवार में उनकी पत्नी सीमा चिश्ती हैं, जो न्यूज पोर्टल ‘द वायर’ की संपादक हैं। उनकी तीन संतानें – दो बेटे और एक बेटी हैं। उनके एक बेटे आशीष येचुरी का 2021 में Covid-19 संक्रमण के कारण निधन हो गया था। उनकी बेटी अखिला येचुरी एडिनबर्ग यूनिवर्सिटी और सेंट एंड्रयूज यूनिवर्सिटी में पढ़ाती हैं। येचुरी की पहली शादी इंद्राणी मजूमदार से हुई थी।
अपने आखिरी वीडियो मैसेज में पूर्व सीएम बुद्धदेव को दी थी श्रद्धांजलि
2005 से 2017 तक 12 वर्षों तक राज्यसभा सदस्य रहे येचुरी ने अपने एक आखिरी वीडियो मैसेज में पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को श्रद्धांजलि दी थी। गत 22 अगस्त को अस्पताल से रिकॉर्ड किए गए वीडियो मैसेज में उन्होंने कहा था कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि वह श्रद्धांजलि सभा में व्यक्तिगत तौर पर शामिल नहीं हो सके और उन्हें श्रद्धांजलि नहीं दे सके।