कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच सिख नेताओं ने जताई आपत्ति
नई दिल्ली, 18 फरवरी। कांग्रेस के कद्दावर नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। हालांकि कमलनाथ की ओर से अब तक इस बाबत कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिला है, लेकिन उन्हें लेकर भाजपा में असंतोष का स्वर उभरने लगा है और पार्टी के सिख नेताओं ने तो साफ तौर पर आपत्ति जता दी है।
कमलनाथ को पार्टी में लेने से सिख समाज में गलत संदेश जाएगा
भाजपा के सिख नेताओं का कहना है कि 1984 के सिख दंगों के आरोपित कमलनाथ को पार्टी में लेने से सिख समाज के बीच गलत संदेश जाएगा। इसका दिल्ली और पंजाब सहित अनेक राज्यों में नुकसान हो सकता है। सिख नेताओं का दावा है कि उन्होंने पार्टी के उचित फोरम पर अपनी बात उठा दी है और कमलनाथ को पार्टी में लेने पर अपनी असहमति दर्ज कराई है।
1984 के सिख दंगों के दौरान दंगाइयों का नेतृत्व कर रहे थे कमलनाथ
पार्टी के सिख नेताओं का कहना है कि अब तक वे अपने समुदाय के लोगों से यही कहकर वोट मांगते आए हैं कि भाजपा उन्हें न्याय दिलवाएगी जबकि कमलनाथ, जगदीश टाइटलर और सज्जन कुमार सहित उन कांग्रेस नेताओं में शामिल रहे हैं, जो 1984 के सिख दंगों के दौरान दंगाइयों का नेतृत्व कर रहे थे। इन दंगों में 3500 से ज्यादा सिखों की हत्या की गई थी।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को इन्हीं दंगों में शामिल होने के मामले में सजा हो चुकी है तो जगदीश टाइटलर अदालती काररवाई का सामना कर रहे हैं। कमलनाथ अब तक साक्ष्यों-गवाहों के अभाव में बचे हुए हैं, लेकिन भाजपा नेता सिख दंगों की जांच को दोबारा खुलवाने और न्याय दिलाने की मांग करते रहे हैं। ऐसे में भाजपा नेताओं का कहना है कि कमलनाथ को पार्टी में लेने से नकारात्मक संदेश जाएगा, जिससे बचा जाना चाहिए।
सही फोरम पर रख दी अपनी बात
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सिख समुदाय के प्रभावशाली नेता सरदार आरपी सिंह ने एक बातचीत में कहा कि जगदीश टाइटलर को पार्टी में लेने से सिख समुदाय के लोगों में असमंजस की स्थिति है। उन्होंने पार्टी के उचित फोरम पर अपनी बात रखी है। उन्हें पूरा भरोसा है कि सभी बातों को ध्यान में रखते हुए पार्टी नेतृत्व उचित निर्णय लेगा।