H-1B वीजा मसले पर भी पार्टी लाइन के विपरीत बोले शशि थरूर – ‘दीर्घकालिक रूप से यह भारत के लिए बेहतर साबित होगा’
नई दिल्ली, 22 सितम्बर। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा H-1B वीजा के लिए बढ़ाई गई फीस को लेकर भारतीय राजनीति में घमासान मचा है और कांग्रेस सहित सम्पूर्ण विपक्ष इसके लिए मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। वहीं कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर पार्टी लाइन के विपरीत जाकर बयान दिया है और भारतीय युवाओं के लिए इस आपदा को अवसर की तरह बताया है। उनका कहना है कि ट्रंप द्वारा लिया गया यह फैसला भारत के लिए तीसरा झटका (25 फीसदी व्यापारिक टैरिफ, 25 फीसदी रूसी तेल खरीद पर टैरिफ के बाद) माना जाए, लेकिन दीर्घकालिक रूप से यह भारत के लिए बेहतर साबित होगा।
‘हमें खुद को पीड़ित जैसा महसूस करने की जरूरत नहीं’
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ‘द वायर’ को दिए इंटरव्यू में अपनी पार्टी की लाइन के विपरीत मोदी सरकार के प्रति थोड़ी नरमी वाला रुख दिखाते हुए कहा, ‘इस वीजा मामले को लेकर हमें ज्यादा नकारात्मक नहीं होना चाहिए। बेशक यह एक झटका है। यह अप्रत्याशित था। इससे हमारे कुछ लोगों और कम्पनियों को तात्कालिक रूप से नुकसान उठाना पड़ेगा, लेकिन दीर्घकालिक रूप से यह हमारे लिए लाभदायक होगा। यह हमारे हाथों को मजबूत कर सकता है। इस मामले को लेकर हमें खुद को पीड़ित जैसा महसूस करने की जरूरत नहीं है।’
खरगे और राहुल इस मसले को लेकर पीएम मोदी पर हमला कर चुके हैं
थरूर का यह बयान इसलिए भी काबिलेगौर है कि इस मुद्दे को लेकर उनकी पार्टी कांग्रेस लगातार सरकार पर हमलावर हो रही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ट्रंप के इस फैसले के बाद पीएम मोदी को एक कमजोर प्रधानमंत्री कहा तो पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे विदेश नीति को गले लगाने तक सीमित करने का पीएम मोदी पर आरोप लगा चुके हैं।
