पहलवानों पर गंभीर आरोप – ‘कथित छेड़छाड़ की शिकार लड़की नाबालिग नहीं है, उसका सिर्फ इस्तेमाल किया जा रहा’
रोहतक/हरिद्वार, 30 मई। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी पर अड़े पहलवानों के अंदोलन में मंगलवार को उस वक्त दिलचस्प मोड़ आ गया, जब अमित नाम के एक शख्स ने उनपर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा कर दिया कि कथित छेड़छाड़ की शिकार जिस लड़की को नाबालिग बताया जा रहा है, वह उसकी (अमित की) भतीजी है और नाबालिग भी नहीं है। ये आंदोलनरत पहलवन सिर्फ लड़की और उसके परिवार का इस्तेमाल कर रहे हैं।
हरिद्वार पहुंचे पहलवानों ने गंगा में मेडल बहाने का कार्यक्रम भी टाल दिया
मजेदार बात तो यह थी कि विनेश फोगाट, बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक की अगुआई में आंदोलन कर रहे पहलवान पूर्व घोषणा के अनुरूप अपने मेडल गंगा नदी में बहाने के लिए आज ही हरिद्वार पहुंचे थे, लेकिन वहां भी नाटक-नौटंकी होने के बाद वह कार्यक्रम आगे के लिए टाल दिया गया।
बृजभूषण पर आरोप लगाने के लिए लड़की के परिवार को गुमराह किया जा रहा
फिलहाल अमित पहलवान नाम के शख्स का दावा है कि वह उस नाबालिग लड़की का चाचा है, जिसके साथ छेड़खानी का आरोप बृजभूषण सिंह पर लगा है। अमित पहलवान ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि वे बृजभूषण शरण सिंह पर आरोप लगाने के लिए उनके परिवार को गुमराह कर रहे और उनका इस्तेमाल कर रहे हैं।
पहलवानों ने धोखाधड़ी कर लड़की की उम्र 16 साल कर दी
गौरतलब है कि बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों – विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक ने उन पर एक नाबालिग समेत सात महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाया है। अमित ने दावा किया कि पहलवान धोखाधड़ी कर रहे हैं और उनके भाई की बेटी की उम्र बदलकर 16 साल कर दी गई है ताकि पॉक्सो कानून (यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण संबंधी कानून) का गलत इस्तेमाल हो सके।
अमित ने कहा, ‘लड़की का जन्म 22 फरवरी, 2004 को हुआ था। ये पहलवान मेरे परिवार का इस्तेमाल कर रहे हैं। जिस नाबालिग लड़की को उन्होंने पीड़िता बताया है, मैं उसके परिवार से हूं। वह मेरी भतीजी है और मैं उसका चाचा हूं।’
खेल रहे हैं सभी लोग
अमित पहलवान ने कहा, ‘पंजाब के कुछ खिलाड़ी, साक्षी और विनेश मेरे भाई को गुमराह कर रहे हैं। वे घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। हमें इंसाफ चाहिए। विनेश फोगाट यह क्यों कर रही है। उन्होंने मेरे भाई को गुमराह किया, किसी को भी कर सकते हैं। पहले वे जनवरी-फरवरी में धरने पर बैठे, लेकिन मामला पेचीदा हो गया। इसके बाद उन्होंने दूसरी तिकड़म लगाई और महिला कार्ड खेला। उनका मकसद किसी भी तरह से बृजभूषण को गिरफ्तार कराना है।’ अमित ने दावा किया, “मैंने अपनी भतीजी को कुश्ती खेलने के लिए प्रेरित किया था। लेकिन उसके साथ कुछ नहीं हुआ है। फिलहाल ये राजनेता और पहलवान सभी ‘खेल’ खेल रहे हैं।”
हरिद्वार में चला ड्रामा, पहलवानों ने सरकार को दिया 5 दिन का अल्टीमेटम
इससे पूर्व पहलवान अपने पदक गंगा में बहाने के लिए हरिद्वार पहुंच गए थे। हालांकि यहां पर कुछ देर तक चले ड्रामे के बाद उन्होंने मेडल बहाने का फैसला कुछ समय के लिए टाल दिया है। पहलवानों ने सरकार को इस मामले में काररवाई के लिए पांच दिन का अल्टीमेटम दिया है। हरिद्वार पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने पहलवानों को समझाया, जिसके बाद उन्होंने अपना मेडल विसर्जित करने का फैसला टाल दिया।