मेघालय सरकार के गठन में फंसा पेच, HSPDP ने संगमा की एनपीपी से अपने 2 विधायकों का समर्थन वापस लिया
शिलांग, 4 मार्च। मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के लिए राज्य में सरकार बनाने की राह में मुश्किलें आ खड़ी हुई हैं। दरअसल, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (HSPDP) के दो विधायकों ने कोनराड संगमा की एनपीपी को अपना समर्थन दिया था, लेकिन कुछ घंटे बाद पार्टी ने अपना समर्थन वापस ले लिया।
कोनराड संगमा ने 32 विधायकों के हस्ताक्ष वाला पत्र राज्यपाल को सौंपा था
कोनराड संगमा ने शुक्रवार को 32 विधायकों के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र राज्यपाल फागू चौहान को सौंपा था। पत्र में एनपीपी के 26, भाजपा के दो, (एचएसपीडीपी) के दो और दो निर्दलीय विधायकों के हस्ताक्षर हैं। सरकार बनाने के लिए 31 विधायकों की जरूरत है। शपथ ग्रहण समारोह सात मार्च को होने की उम्मीद थी। दावा पेश करने के बाद संगमा ने कहा था, ‘हमारे पास पूर्ण बहुमत है। भाजपा पहले ही अपना समर्थन दे चुकी है। कुछ अन्य लोगों ने भी अपना समर्थन दिया है।’
एचएसपीडीपी का दावा – विधायकों को एनपीपी के समर्थन के लिए अधिकृत नहीं किया
लेकिन HSPDP के दो विधायकों द्वारा नाम वापस लेने के बाद मुश्किलें खड़ी हो गई हैं। एचएसपीडीपी की ओर से जारी पत्र में दावा किया गया कि उसने पार्टी विधायकों (मेथोडियस डखार और शाक्लियर वारजरी) को एनपीपी के नेतृत्व वाली सरकार के गठन का समर्थन करने के लिए अधिकृत नहीं किया था।
संगमा ने सरकार गठन को लेकर दावा पेश करने के बाद कहा था कि नयी सरकार सात मार्च को पूर्वाह्न 11 बजे शपथ लेगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में उपस्थित रहने के लिए अपनी रजामंदी दे दी है।
वहीं विपक्ष ने एनपीपी पर आरोप लगाया कि उसके द्वारा एचएसपीडीपी विधायकों का अपहरण किया गया है। विपक्ष के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर संगमा ने कहा था, ‘किसी ने भी किसी का अपहरण नहीं किया है। हमें उनका पूरा समर्थन हासिल है।’
विपक्षी दलों के बीच ‘गैर-एनपीपी, गैर-भाजपा’ सरकार के गठन पर चर्चा
इससे पहले दिन में, तृणमूल कांग्रेस, यूडीपी, कांग्रेस, पीडीएफ और वीपीपी समेत विभिन्न दलों ने ‘गैर-एनपीपी, गैर-भाजपा’ सरकार के गठन पर चर्चा की। तृणमूल कांग्रेस के नेता मुकुल संगमा ने कहा था कि वे ‘भ्रष्ट नेताओं से मेघालय को बचाने’ की कोशिश कर रहे हैं। वहीं यूडीपी अध्यक्ष मेतबाह लिंगदोह ने कहा कि पार्टी को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए एनपीपी से कोई न्योता नहीं मिला है।