संभल कमेटी ने सीएम योगी को सौंपी 450 पन्नों की रिपोर्ट – हिन्दू आबादी घटी, दंगों की साजिश
लखनऊ, 28 अगस्त। उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पिछले वर्ष नवंबर में हुए दंगे के बाद गठित न्यायिक कमेटी ने गुरुवार को अपनी गोपनीय रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी। 450 पन्नों की इस रिपोर्ट में संभल की आबादी और डेमोग्राफी को लेकर कई चौंकाने वाले दावे किए हैं। शाही जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर को लेकर भी जानकारी दी गई है। रिपोर्ट सौंपे जाने के दौरान यूपी के पूर्व डीजीपी अरविंद कुमार जैन, पूर्व आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद भी मौजूद रहे।
1947 में 45 प्रतिशत हिन्दू थे, जो अब 15-20 फीसदी बचे
संभल कमेटी की रिपोर्ट से आबादी को लेकर सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार हरिहर मंदिर के ऐतिहासिक अस्तित्व के साक्ष्य मिले हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि आजादी के वक्त सन् 1947 में 45 प्रतिशत हिन्दू थे, अब सिर्फ 15-20 फीसदी बचे हैं। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि दंगे, तुष्टिकरण की राजनीति ने संभल की जनसांख्यिकी बदल दी।
विधानसभा में रखी जाएगी रिपोर्ट
सूत्रों के अनुसार साक्ष्य, डेमोग्राफिक बदलाव, दंगे और आतंकी नेटवर्क पर बड़ा खुलासा किया गया। इसे विधानसभा में रखा जाएगा। सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में संभल जनपद को लेकर कई चौंकाने वाले तथ्य दर्ज हैं। इसे पूर्व सुनियोजित साजिश बताया गया है। साथ ही कुछ तत्कालीन अफसरों की लापरवाही भी उजागर की गई है। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में संभल के इतिहास में कब-कब कितने दंगे हुए, उन दंगों में क्या-क्या हुआ आदि के बारे में भी विस्तार से लिखा गया है। इसके साथ ही जिले की डेमोग्राफी बदलाव होने की बात कही गई है।
आजादी के बाद से संभल में कुल 15 दंगे संभल
रिपोर्ट के अनुसार आजादी के वक्त संभल नगर पालिका क्षेत्र में 55% मुस्लिम और 45% हिन्दू रहते थे। वर्तमान में लगभग 85% मुस्लिम और 20% हिन्दू रहते हैं। संभल में 1947, 1948, 1953, 1958, 1962, 1976, 1978, 1980, 1990, 1992, 1995, 2001, 2019 में दंगे हुए थे। रिपोर्ट के अनुसार आजादी के बाद से कुल 15 दंगे संभल में हुए।
संभल में कई आतंकी संगठन एक्टिव
सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में कहा गया कि संभल कई सारे आतंकवादी संगठनों का अड्डा बन चुका है। अलकायदा, हरकत उल मुजाहिद्दीन जैसे आतंकवादी संगठन संभल में पैर पसार चुके हैं। संभल हिंसा पर गठित न्यायिक आयोग में इलाहाबाद हाई कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस देवेंद्र कुमार अरोड़ा, रिटायर्ड IAS अमित मोहन, रिटायर्ड IPS अरविंद कुमार जैन शामिल थे। उल्लेखनीय 24 नवम्बर 2024 को संभल में हिंसा हुई थी। हिंसा के बाद ही इस न्यायिक कमेटी का गठन हुआ था।
आगे की काररवाई की जा रही : प्रमुख सचिव गृह
संभल हिंसा न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पर प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद ने बताया, ‘संभल घटना की जांच के लिए राज्य सरकार ने न्यायिक आयोग का गठन किया था। आयोग ने रिपोर्ट सीएम को सौंप दी है और आगे की काररवाई की जा रही है। रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद ही मैं इस पर अधिक बात कर पाऊंगा।’
