यूएन आतंकवाद विरोधी बैठक में बोले एस जयशंकर – 26/11 हमले के मुख्य साजिशकर्ता अब भी सुरक्षित, नहीं दी गई सजा
मुंबई, 28 अक्टूबर। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि जहां दुनिया जल्द ही 26/11 आतंकवादी हमले की 14वीं बरसी मनाएगी, वहीं हमले के प्रमुख साजिशकर्ता अब भी राजनीतिक समर्थन में सुरक्षित हैं। जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएएससी) की आतंकवाद विरोधी समिति की ओर से शुक्रवार को आतंकवादी उद्देश्यों और संबंधित घटनाओं के लिए नई उभरती प्रौद्योगिकियों के उपयोग का मुकाबला करने के मुद्दे पर आयोजित एक विशेष बैठक को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।
जयशंकर ने अपने उद्घाटन संबोधन में कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है। उन्होंने कहा, ‘हमने बचे लोगों की आवाजें सुनीं। यह हम पर निर्भर है कि हम दृढ़ रहें और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करें।’ विदेश मंत्री ने 26/11 के स्मारक पर माल्यार्पण भी किया और 26/11 के अपराधियों पर सभा का ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि हमले के प्रमुख अपराधी अब भी राजनीतिक समर्थन और छाया में सुरक्षित हैं। प्रमुख अपराधियों को अब तक सजा नहीं मिली है।
आतंकवाद के वित्तपोषण के मुद्दे से प्रभावी ढंग से निबटने पर भी जोर
डॉ. जयशंकर ने आतंकवाद के वित्तपोषण के मुद्दे से प्रभावी ढंग से निबटने पर भी जोर दिया। इस सत्र में दुनियाभर से विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने एक रिकॉर्डेड वीडियो भाषण प्रस्तुत किया और दुनियाभर में आतंकवाद गतिविधियों का मुकाबला करने के लिए किए जा रहे प्रयासों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की।
कुछ 26/11 और अन्य आतंकवादी हमले में बचे लोगों को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। मुंबई में रहने वाली 26/11 की पीड़िता देविका रोटवान ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र को आतंकवाद के खिलाफ सख्त कानून बनाने की जरूरत है और उसे तभी न्याय और राहत की भावना होगी, जब आतंकवाद को धरती से मिटा दिया जाएगा।