पश्चिम बंगाल : गंगासागर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य
कोलकाता, 31 दिसंबर। पश्चिम बंगाल में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच नए वर्ष की शुरुआत में गंगासागर मेले का पारंपरि आयोजन होने जा रहा है और राज्य सरकार ने कोरोना के खतरे को देखते हुए मेले में आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।
मेले में 30 लाख तीर्थयात्रियों के आने की संभावना
दक्षिण 24 परगना के जिलाधिकारी ने कहा कि गंगासागर मेले में विभिन्न राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य है। क्षेत्र में स्वच्छता और टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया गया है। तीर्थयात्री और साधु टीका लगवा सकते हैं। मेले में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। इस मेले में करीब 30 लाख से अधिक तीर्थ यात्रियों की आने की संभावना है।
भाजपा का मेला स्थगित करने का आग्रह, सीएम ममता का इनकार
इस बीच मेले के आयोजन को लेकर सियासत भी देखने को मिली। कुंभ के समान ही पश्चिम बंगाल में लगने वाले गंगासागर मेले पर रोक लगाने से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने साफ इनकार कर दिया है। हालांकि, उन्होंने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं से कोविड-19 प्रोटोकाल का पूर्ण रूप से पालन करने का अनुरोध किया है।
गौरतलब है कि भाजपा नेता दिलीप घोष ने गंगा सागर मेला के आयोजन पर राज्य सरकार से पुनर्विचार कर इस पर रोक लगाने आग्रह किया था, लेकिन सीएम ममता बनर्जी ने रोक लगाने इनकार कर दिया।
गंगासागर मेला पश्चिम बंगाल में आयोजित होने वाले सबसे बड़े मेलों में से एक है। इस मेले का आयोजन कोलकाता के निकट हुगली नदी के तट पर ठीक उस स्थान पर किया जाता है, जहां पर गंगा नदी बंगाल की खाड़ी में मिलती है।