नई दिल्ली, 28 जनवरी। राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन का नाम बदल दिया गया है। इसे अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुगल गार्डन का नाम अमृत महोत्सव के तहत बदल दिया गया है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति भवन स्थित पार्क हर वर्ष जनता के लिए खुला रहता है। इस वर्ष भी यह 31 जनवरी से खुलेगा। लोग यहां विभिन्न प्रजातियों के ट्यूलिप और गुलाब के मनोरम फूलों को देखने आते हैं।
President Droupadi Murmu will grace the opening of the Amrit Udyan tomorrow. https://t.co/4rXOMlZXA3 pic.twitter.com/7WhgilMoWW
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 28, 2023
राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने बताया कि स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के समारोह के अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तहत भारत के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन के बगीचों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में एक सामान्य नाम दिया है। बयान में कहा गया, ‘आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन उद्यानों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में एक सामान्य नाम देकर प्रसन्न हैं।’
आकर्षण का केंद्र है अमृत उद्यान
यह अमृत उद्यान पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहां ब्रिटिश और मुगल दोनों के उद्यानों की झलक देखने को मिलती है। इसे बनाने के लिए एडविन लुटियंस ने पहले देश-दुनिया के उद्यानों का अध्ययन किया था। इस गार्डन में पौधारोपण में करीब एक वर्ष का समय लगा था।
12 किस्मों के दिखाएं जाएंगे ट्यूलिप के फूल
बयान में कहा गया, ‘राष्ट्रपति भवन उद्यानों की समृद्ध विविधता का ठिकाना है। मूल रूप से, उनमें ईस्ट लॉन, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन शामिल हैं।’ इस साल के उद्यान उत्सव में, कई अन्य आकर्षणों के साथ ही आगंतुक 12 अनूठी किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ‘ट्यूलिप’ के फूल देख पाएंगे। उद्यान 31 जनवरी, 2023 को आम जनता के लिए खुलगा और 26 मार्च, 2023 तक खुला रहेगा जबकि हर सोमवार को यह बंद रहेगा। साथ ही ये उद्यान आठ मार्च को होली के मौके पर भी बंद रहेगा।
और कई महत्वपूर्ण स्थलों के बदले जा चुके हैं नाम
गौरतलब है कि इससे पहले भी केंद्र सरकार कई महत्वपूर्ण स्थलों, भवनों, संस्थाओं और सड़कों के नाम बदल चुकी है। इनमें औरंगजेब रोड को अब्दुल कलाम रोड, योजना आयोग को नीति आयोग, रेसकोर्स रोड को लोक कल्याण मार्ग, फिरोज शाह कोटला स्टेडियम को अरुण जेटली स्टेडियम और किंग्सवे को अब कर्तव्य पथ का नाम दिया जा चुका है।