नई दिल्ली, 16 अक्टूबर। हरियाणा-दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर कल लखबीर सिंह नाम के शख्स की एक निहंग सिख ने हत्या कर दी थी। इसके बाद से किसान आंदोलन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सवालों के बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान दिया है। राकेश टिकैत ने इस हत्या को आंदोलन को बदनाम करने की साजिश बताया है। टिकैत ने यह भी कहा है कि केंद्र के लोगों ने उकसाकर ये हत्या कराई है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ये हत्या किसान आंदोलन को बदनाम करने की साजिश है। किसान संगठनों का इस हत्या से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा, सरकार ने प्रशासन को किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए हजारों-करोड़ों रुपए दिए हैं। सिंघु बॉर्डर पर जो हुआ, वह सरकार के उकसावे की वजह से हुआ है।
- अजय मिश्रा के इस्तीफे तक आंदोलन जारी रहेगा
राकेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने की घटना पर भी बड़ा बयान दिया है। राकेश टिकैत ने कहा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे तक आंदोलन जारी रहेगा। अजय मिश्रा को इस्तीफा देना चाहिए। राकेश टिकैत ने यह भी आरोप लगाया कि अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा से पुलिस पूछताछ नहीं कर रही है। अगर पुलिस को पूछताछ ही करनी है तो थाने में ले जाकर करे, गेस्ट हाउस में नहीं।’’
- युवक पर गुरू ग्रंथ साहब के साथ बेअदबी का था आरोप
बताया जा रहा है कि युवक ने गुरू ग्रंथ साहब के साथ बेअदबी की और भागने लगा। तभी गेट पर पहरा दे रहे निहंगों ने इस युवक को पकड़ लिया और उसके साथ मारपीट की। इस बेअदबी के पीछे उसका मकसद पूछा गया। युवक ने जब कुछ नहीं बताया तो पहले उसके हाथ काटा गया, इसके बाद युवक का पैर काटा गया और उसे बैरिकेड से लटका दिया गया।