राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत का दावा – मोदी जी के नैरेटिव हो रहे फेल, सभी 5 राज्यों में जीत रही कांग्रेस
जयपुर, 29 नवम्बर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को दावा किया कि पीएम मोदी के नैरेटिव फेल हो रहे हैं। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जीत हासिल करेगी और तेलंगाना में भी जीत सकती है।
बता दें कि राजस्थान की 200 में से 199 विधानसभा सीटों के लिए बीते 25 नवम्बर को चुनाव हुआ था और मतों की गिनती तीन दिसम्बर को होगी। कांग्रेस उम्मीदवार के निधन के कारण करणपुर सीट पर चुनाव स्थगित करना पड़ा था।
पूरे देश में माहौल बदल रहा और फेल हो रहे पीएम मोदी के नैरेटिव
अशोक गहलोत ने यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘हम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जीतेंगे और तेलंगाना में भी जीत सकते हैं। मैं कल तेलंगाना गया था, वहां बहुत शानदार माहौल है। पूरे देश में माहौल बदल रहा है और पीएम मोदी के नैरेटिव फेल हो रहे हैं।
राजस्थान सरकार के पक्ष में माहौल
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को कितनी सीटें मिलने की उम्मीद है, यह पूछे जाने पर गहलोत ने किसी तरह का कयास लगाने से इनकार किया। उन्होंने कहा, “ये मैं नहीं कह सकता कि कांग्रेस कितनी सीटें जीतेगी… मैं कभी गणना नहीं करता हूं। लेकिन मोटे तौर पर मुझे माहौल ‘अंडर करंट’ (सरकार के पक्ष में माहौल) वाला लग रहा है। जो प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, उससे अंदाजा है कि (लोगों का) इस बार सरकार ‘रिपीट’ करने का मन है।”
जनता ही होती है माई-बाप
दिल्ली रवाना होने से पहले गहलोत ने कहा, ‘माई-बाप तो जनता ही होती है। उनका फैसला पूरी नम्रता से स्वीकार करेंगे।’ लेकिन साथ ही गहलोत ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राजस्थान में आक्रामक प्रचार करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत पार्टी के नेताओं पर भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
विकास और शासन के मुद्दे पर लड़ा चुनाव
उन्होंने कहा कि भाजपा ने कन्हैया लाल हत्याकांड का मुद्दा उठाया। गहलोत ने अपना आरोप दोहराया कि इस हत्याकांड में शामिल लोग भाजपा से जुड़े हुए थे। कांग्रेस नेता ने कहा कि राजस्थान पुलिस ने घटना के दो घंटे के भीतर हत्या के आरोपितों को पकड़ लिया लेकिन भाजपा नेताओं ने इसकी बात नहीं की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने यह विधानसभा चुनाव विकास और शासन के मुद्दे पर लड़ा।