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गुजरात में बारिश का कहर जारी : 18 जिलों में बाढ़, अब तक 32 की मौत

गुजरात में बारिश का कहर जारी : 18 जिलों में बाढ़, अब तक 32 की मौत

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अहमदाबाद, 29 अगस्त। पश्चिमी राज्य गुजरात में प्रकृति का प्रकोप जारी है। राज्य के अधिकतर हिस्सों में पिछले चार दिनों से भारी बारिश के चलते 18 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या 32 तक पहुंच गई है। राज्य के 33 जिलों में से 11 में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है जबकि 22 जिलों में येलो अलर्ट जारी है।

राज्य के 939 स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे और दूसरी सड़कें ठप

तबाही का मंजर यह है कि गुजरात में सेना को उतारना पड़ गया है। राज्य के 939 स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे और दूसरी सड़कें ठप हैं। शहर-शहर सैलाब से मची तबाही के भयावह दृश्य हैं। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक भारी बारिश का हाई-अलर्ट जारी किया है।

कुदरत के कोहराम का यह हाल है कि कारें बह गईं, सड़कें बह गईं, पुल बह गए, बस अड्डा डूब गया। कॉलोनियां जलमग्न हैं। कच्छ से लेकर द्वारका तक, जामनगर से लेकर मोरबी तक, जूनागढ़ से लेकर राजकोट तक, खेड़ा से लेकर पोरबंदर तक, बोटाद से लेकर भावनगर तक… यानी गुजरात के 18 जिले बाढ़ से उपजे भयावह हालात से जूझ रहे हैं।

रिहाइशी इलाकों में पहुंचे मगरमच्छ

एक तरफ बर्बादी की बारिश से त्राहिमाम मचा हुआ है तो दूसरी तरफ वडोदरा में घरों के दरवाजों तक मगरमच्छ पहुंच गए। एक रिहाइशी इलाके में करीब 15 फुट का मगरमच्छ पहुंच गया। गनीमत रही कि घर के अंदर कोई नहीं था और वन विभाग की टीम ने वक्त रहते घर में घुसे मगरमच्छ को पकड़ लिया। प्रशासन का कहना है कि विश्वमित्र नदी में मगरमच्छ पाए जाते हैं। इसी वजह से मगरमच्छ घरों तक पहुंच जा रहे हैं।

बस स्टैंड डूबा, टोल प्लाजा जलमग्न

जामनगर में बाढ़ ने लोगों को घरों में हाउस अरेस्ट कर दिया। घर के अंदर और बाहर पानी हैं। जामनगर विधायक रिवाबा जडेजा बाढ़ प्रभावित इलाके में फंसे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए टीम के साथ पहुंची थीं। रेस्क्यू टीम ने सीढ़ियों और रस्सी के सहारे बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकला। जामनगर का सरकारी बस स्टैंड पानी में डूब गया है। सिर्फ बसों की छत नजर आ रही हैं, इतना ही नहीं, टोल प्लाजा भी जलमग्न हो चुका है। यही हाल राजकोट का भी है।

जान बचाने के लिए छतों पर चढ़े लोग

उधर, वडोदरा के कुछ इलाकों में 10 से 12 फीट तक पानी भर गया है। जान बचाने के लिए लोग अपने घरों की छतों पर रेस्क्यू टीम का इंतजार करने के लिए मजबूर हैं। पोरबंदर और कल्याणपुर में हेलीकॉप्टर से लोगों को रेस्क्यू किया गया। बाढ़ के संकट के बीच गुजरात सरकार ने भारतीय सेना और वायुसेना से मदद की मांग की, जिसके बाद कई टुकड़ियां रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं।

41 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया

गुजरात के अलग-अलग हिस्सों से अब तक कुल 41,678 लोगों को बाढ़ प्रभावित इलाकों से दूसरी जगह सुरक्षित पहुंचाया गया है। बीते 48 घंटे इंडियन कोस्ट गार्ड, नेवी, भारतीय सेना, वायुसेना और एनडीआरएफ, एडीआरएफ की टीम ने 500 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है. गुजरात में NDRF की 15, SDRF की 27 और सेना की 7 टीमें तैनात हैं।

पीएम मोदी ने सीएम भूपेंद्र पटेल से की बात

पीएम मोदी ने अपने गृहराज्य के इस आफतकाल को लेकर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से फिर बात की है और केंद्र से पहुंची सहायता के बारे में भी जानकारी ली।

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