राहुल गांधी ने कन्याकुमारी में की ‘भारत जोड़ो’ यात्रा की शुरुआत, बोले – देश मुश्किल दौर से गुजर रहा, सबको जोड़ने की जरूरत
कन्याकुमारी, 7 सितम्बर। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड (केरल) के सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को यहां ‘भारत जोड़ो’ यात्रा की शुरुआत की और इस अवसर पर आयोजित एक रैली में कहा कि देश मुश्किल दौर से गुजर रहा है। केवल कांग्रेस ही नहीं, बल्कि आज लाखों लोग भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत महसूस कर रहे हैं। लाखों-करोड़ों लोगों को लगता है कि भारत को एकजुट करने वाला कार्य करने की जरूरत है।
भारत के लोगों की आवाज सुनने के लिए ‘भारत जोड़ो‘ यात्रा का डिजाइन किया गया
राहुल गांधी ने कहा, ‘भारत जोड़ो यात्रा को भारत के लोगों की आवाज सुनने के लिए डिजाइन किया गया है। हम आरएसएस और भाजपा की तरह भारत के लोगों की आवाज़ को दबाना नहीं चाहते, हम भारत के लोगों को सुनना चाहते हैं। उन्हें (भाजपा) लगता है कि ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग से वे विपक्ष को डरा सकते हैं।’
LIVE: Launch of the #BharatJodoYatra | Kanyakumari | Tamil Nadu https://t.co/jleOIeqQuF
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 7, 2022
‘तमिलनाडु से भारत जोड़ो यात्रा शुरू करते हुए मुझे बेहद खुशी‘
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘चाहे कितने भी घंटों तक पूछताछ की जाए, विपक्ष का एक भी नेता भाजपा से डरने वाला नहीं है। भाजपा को लगता है कि वे इस देश को धार्मिक आधार पर, भाषा के आधार पर बांट सकते हैं। मुझे तमिलनाडु आकर बहुत खुशी होती है। मुझे भारत जोड़ो यात्रा यहां से शुरू करते हुए बेहद खुशी है।’
‘तिरंगा’ एक कपड़े पर महज तीन रंग और एक चक्र नहीं, बल्कि उससे कहीं अधिक
राहुल ने कहा कि ‘तिरंगा’ एक कपड़े पर महज तीन रंग और एक चक्र नहीं है, बल्कि यह उससे कहीं अधिक है। तिरंगा आसानी से नहीं मिला था, इसे भारत के लोगों ने कठिन परिश्रम से हासिल किया और यह प्रत्येक धर्म एवं भाषा से जुड़ा हुआ है। हमारा तिरंगा अपनी पसंद के किसी भी धर्म का आचरण करने के अधिकार की गारंटी देता है, लेकिन आज यह ध्वज हमले का सामना कर रहा है। आज हर संस्था पर आरएसएस-भाजपा हमला कर रही, उन्हें लगता है वे धर्म और भाषा के आधार पर भारत को बांट सकते हैं।’
भारत जोड़ो यात्रा की इस रैली को राहुल गांधी के अलावा कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह, पी. चिदंबरम, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, गुंडू राव एवं राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सहित अन्य नेताओं ने संबोधित किया।