राहुल गांधी का कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने से फिर इनकार, चुनाव की अधिसूचना जारी
नई दिल्ली, 22 सितम्बर। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर स्पष्ट रूप से कह दिया है कि वह अपने पुराने रुख पर कायम हैं और चुनाव नहीं लड़ेंगे। वहीं गुरुवार को अधिसूचना जारी किए जाने के साथ ही देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल के सर्वोच्च पद पर आसीन होने वाले व्यक्ति को चुनने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से आरंभ हो गई। पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता वाले केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की ओर से यह अधिसूचना जारी की गई।
‘पुराने रुख पर कायम हूं और चुनाव लड़ने नहीं जा रहा‘
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के बीच केरल चरण में गुरुवार को एर्नाकुलम मीडिया से बातचीत के दौरान दोहराया, ‘मैं अब भी अपने पुराने रुख पर कायम हूं और चुनाव लड़ने नहीं जा रहा हूं।’ गौरतलब है कि 2019 में लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से हार के बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा दे दिया था।
LIVE: Shri @RahulGandhi's interaction with the media amidst Kerala leg of the #BharatJodoYatra in Ernakulam district. https://t.co/MiZg1gJlbu
— Congress (@INCIndia) September 22, 2022
कांग्रेस के अगले अध्यक्ष को नसीहत भी दे डाली
कांग्रेस नेता ने इसके साथ ही होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष को पहले ही अपनी तरफ से नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सिर्फ एक संगठनात्मक पद नहीं है, यह एक वैचारिक पद और एक विश्वास प्रणाली भी है। जो कोई भी कांग्रेस अध्यक्ष बनता है उसे याद रखना चाहिए कि वह विचारों के एक समूह, एक विश्वास प्रणाली और भारत के एक दृष्टिकोण का भी कांग्रेस के साथ प्रतिनिधित्व करता है।
फिलहाल चुनाव की बात करें तो घोषित कार्यक्रम के अनुसार अधिसूचना जारी होने के बाद अब नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितम्बर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे।
अशोक गहलोत व शशि थरूर के चुनावी समर में उतरने के स्पष्ट संकेत
अब तक जो तस्वीर उभर कर सामने आई है, उसके हिसाब से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के वरिष्ठ नेता शशि थरूर के चुनावी समर में उतरने का स्पष्ट संकेत देने के बाद यह संभावना प्रबल हो गई है कि 22 वर्षों बाद देश की सबसे पुरानी पार्टी का प्रमुख चुनाव के जरिए चुना जाएगा।