सेंचुरियन, 31 दिसंबर। दक्षिण अफ्रीकी विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने गुरुवार को भारत के खिलाफ यहां बॉक्सिंग डे टेस्ट में पराजय के बाद अचानक टेस्ट प्रारूप से संन्यास की घोषणा की तो क्रिकेट प्रशंसकों को बरबस ही पूर्व भारतीय कप्तान व विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी याद आ गए।
एमएसडी ने 2014 में 30 दिसंबर को ही टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा था
वजह साफ थी कि डिकॉक की ही भांति सौम्य आचरण के लिए विख्यात एमएसडी ने भी सात वर्ष पूर्व 2014 में इसी दिन यानी 30 दिसंबर को मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ड्रॉ छूटे बॉक्सिंग डे टेस्ट के बाद ही सबको चौंकाते हुए अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। उस समय धोनी की उम्र 33 वर्ष थी।
परिवार के साथ ज्यादा समय व्यतीत करना चाहते हैं डिकॉक
क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) ने एक बयान में कहा कि प्रोटियाज विकेटकीपर क्विंटन डिकॉक ने तत्काल प्रभाव से टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है। सीएसए के अनुसार डिकॉक ने अपनी यंग फैमिली के साथ ज्यादा समय व्यतीत करने का हवाला देते हुए यह फैसला किया है।
29 वर्षीय डिकॉक ने दक्षिण अफ्रीका के लिए 54 टेस्ट खेले, जिसमें 38.82 के औसत से 3300 रन बनाए। टेस्ट मैचों में डिकॉक के बल्ले से छह शतक और 22 अर्धशतक निकले। उन्होंने 221 कैच लिए और 11 स्टंपिंग की।
रवि शास्त्री ने सुनाया था धोनी के एलान का वाकया
धोनी ने जब टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी, तब टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री हुआ करते थे। उन्होंने उस वाकये का जिक्र करते हुए बताया, ‘धोनी मैच ड्रॉ होने के बाद मेरे पास आए और कहा कि वे सभी साथी खिलाड़ियों से कुछ बात करना चाहते हैं। मुझे लगा कि ड्रॉ हुए टेस्ट को बारे में बात करेंगे, लेकिन उन्होंने अचानक टेस्ट से संन्यास लेने का एलान कर दिया। मैंने सभी खिलाड़ियों के चेहरे देखे। वे सभी सदमे में दिख रहे थे। हालांकि धोनी हमेशा ही निडर और निःस्वार्थ रहे हैं।’