पंजाब पुलिस का खुलासा : मोहाली राकेट ब्लास्ट में आईएसआई का हाथ, अब तक 6 लोग गिरफ्तार
चंडीगढ़, 13 मई। पंजाब पुलिस ने मोहाली रॉकेट ब्लास्ट में बड़ा खुलासा करते हुए इसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने की बात कही है। पंजाब पुलिस ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वीके भावरा ने शुक्रवार को आहूत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकरी दी।
डीजीपी वीके भावरा ने बताया, ‘पंजाब के मोहाली में पुलिस के इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले में मुख्य रूप से लखबीर सिंह लांडा की पहचान की गई है। हरिंदर सिंह रिंदा का करीबी सहयोगी लखबीर तरनतारन जिले का रहने वाला है और 2017 में कनाडा चला गया था। इसके पाकिस्तान आईएसआई से करीबी रिश्ते हैं।’
आईएसआई के सपोर्ट से घटना को दिया गया अंजाम
भावरा ने कहा कि आईएसआई के सपोर्ट से बब्बर खालसा और रिंदा ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था। इस मामले की जांच में पता चला कि निशान सिंह और चढ़त सिंह इनके साथ मिले हुए थे। यह भी तरनतारन का रहने वाला है। इसको कुछ दिन पहले फरीदकोट पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
निशान सिंह ने आरपीजी की व्यवस्था की
डीजीपी के अनुसार निशान सिंह ने आरपीजी की व्यवस्था की, उस पर 14-15 केस हैं। बलजिंदर सिंह रैंबो ने AK 47 अरेंज की और चढ़त सिंह को मुहैया करवाई। सात मई को ये लोग मोहाली पहुंचे। इन लोगों ने मोहाली में वेव हाइट्स में रहने वाले जगदीप सिंह कंग को लॉजिस्टिक मुहैया कराई। चढ़त सिंह और कंग ने रेकी की।
अब तक 6 लोग गिरफ्तार
भावरा ने बताया, ‘हमने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें कंवर बाथ, बलजीत कौर, बलजिंदर, अनंतदीप सोनू, जगदीप कंग और निशान सिंह है। हम नोएडा से मोहम्मद नसीम और शरफ राज को पूछताछ के लिए लाए हैं। चढ़त सिंह व दो अन्य ने इस घटना को अंजाम दिया था। अभी इनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।’
गौरतलब है कि बीते सोमवार, नौ मई को मोहाली में पंजाब पुलिस की खुफिया (इंटेलिजेंस) इकाई के मुख्यालय की बिल्डिंग पर सोमवार की शाम को रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से हमला किया गया था। इस दौरान वहां से तेज धमाके की आवाज सुनी गई थी। यही नहीं हमले में बिल्डिंग की दूसरी मंजिल के शीशे टूट गए थे। पंजाब पुलिस ने इस घटना के बाद आसपास के इलाकों की सुरक्षा बढ़ा दी थी। बाद में पुलिस ने हमले में इस्तेमाल किया गया लॉन्चर भी बरामद कर लिया था।