प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उदघाटन किया
रांची, 15 नवम्बर। अमर शहीद भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ऑनलाइन माध्यम से बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान सह स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय का उदघाटन किया। इस मौके पर रांची में आयोजित समारोह में झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा समेत अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की लड़ाई जल, जंगल और जमीन की रक्षा और भारत की आजादी के लिए थी और उनके संघर्ष के सामने अंग्रेजों ने भी घुटने टेक दिये। प्रधानमंत्री ने कहा कि धरती आबा बिरसा मुंडा ने जनजातीय समाज की पहचान मिटाने की कोशिश के खिलाफ संघर्ष किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब राष्ट्रपिता महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका में रंगभेद के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे थे, ठीक उसी दौरान बिरसा मुंडा ने गुलामी के खिलाफ लड़ाई का इतिहास लिख दिया था। धरती आबा बहुत लंबे समय तक इस धरती पर नहीं रहे थे, लेकिन उन्होंने जीवन के छोटे से कालखंड में देश के लिए एक पूरा इतिहास लिख दिया, भारत की पीढ़ियों को दिशा दे दी।
भगवान बिरसा ने समाज के लिए जीवन जिया, अपनी संस्कृति और अपने देश के लिए अपने प्राणों का परित्याग किया। आधुनिकता के नाम पर विविधता पर हमला, प्राचीन पहचान और प्रकृति से छेड़छाड़, भगवान बिरसा मुंडा जाते थे कि ये समाज के कल्याण का रास्ता नहीं है, वो आधुनिक शिक्षा के पक्षधर थे, वे बदलावों की वकालत करते थे, उन्होंने अपने ही समाज की कुरीतियों के कमियों के खिलाफ बोलने का साहस दिखा।