शीतकालीन सत्र से पहले प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर हमला, कहा- संसद में ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए
नई दिल्ली, 1 दिसंबर। संसद के शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत हो रही है। यह सत्र 19 नवंबर तक चलेगा और इस दौरान संसद के दोनों सदनों की 15-15 बैठकें होंगी। संसद के सत्र से पहले मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा।
पीएम ने कहा, “संसद का शीतकालीन सत्र केवल एक परंपरा नहीं है, यह भारत को विकास के पथ पर ले जाने के प्रयासों में ऊर्जा भरेगा। बिहार विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान लोकतंत्र की सबसे बड़ी शक्ति का गवाह है। विपक्ष बिहार के नतीजों से परेशान, वह पराजय की निराशा से बाहर निकले। पीएम ने कहा कि भारत ने लोकतंत्र को जिया है और यह बात बार-बार साबित हुई है, बिहार में हुए विधानसभा चुनाव ने भी यह दिखाया है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी दलों से कहा, “राजनीति में नकारात्मकता उपयोगी हो सकती है लेकिन अंततः राष्ट्र निर्माण के लिए सकारात्मक सोच भी होनी चाहिए। मैं आपसे अपेक्षा करता हूँ कि आप नकारात्मकता को सीमित रखें और राष्ट्र निर्माण पर ध्यान केंद्रित करें। यह शीतकालीन सत्र एक और कारण से भी महत्वपूर्ण है। हमारे नए सभापति हमारे उच्च सदन को मार्गदर्शन देंगे। मैं उन्हें शुभकामनाएँ देता हूँ। जीएसटी सुधारों ने देशवासियों में श्रद्धा का वातावरण बनाया है। इस सत्र में भी इस दिशा में बहुत काम होगा।”
विपक्षी दल एसआईआर, आंतरिक सुरक्षा और लेबर कोड पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। दूसरी तरफ, सरकार चाहती है कि वंदे मातरम् पर चर्चा हो. शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं।
