तेजपुर (असम), 8 अप्रैल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को असम के तेजपुर वायुसेना अड्डे से सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। यह किसी लड़ाकू विमान की उनकी पहली उड़ान थी। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
प्रवक्ता ने बताया कि ग्रुप कैप्टन नवीन कुमार तिवारी ने राष्ट्रपति को सुखोई-30 एमकेआई में लेकर उड़ान भरी। मुर्मू ने 25 मिनट की अपनी उड़ान पूरी होने के बाद पत्रकारों से कहा, “अच्छा लगा।”
राष्ट्रपति तीनों सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर हैं। वह फिलहाल असम की तीन दिन की यात्रा पर हैं। वायुसेना अड्डे पर राष्ट्रपति की अगवानी एयर मार्शल एस पी धारकर, राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया और मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने की।
तेजपुर पहुंचने के बाद मुर्मू को भारतीय वायुसेना कर्मियों ने ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया और फिर उन्हें सुखोई विमान में उनकी उड़ान को लेकर आधिकारिक जानकारी प्रदान की गई।
इसके बाद वह ‘फ्लाइंग सूट’ पहनकर हैंगर (जहां विमान खड़े होते हैं) पहुंचीं और सुखोई-30 में सवार होने के लिए सीढ़ी पर चढ़ने से पहले प्रतीक्षा कर रहे पत्रकारों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
राष्ट्रपति ने विमान के सामने पायलट और अन्य अधिकारियों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। कॉकपिट में बैठने के बाद, एक महिला अधिकारी ने उन्हें हेलमेट पहनने और अन्य तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद की, जिसके बाद उन्होंने हाथ हिलाकर अभिवादन किया।
विमान की 25 मिनट की यात्रा के बाद, मुर्मू ने फिर से ग्रुप कैप्टन के साथ तस्वीर खिंचवाई और प्रतीक्षा कर रहे पत्रकारों की ओर हाथ हिलाया। राष्ट्रपति का मीडियाकर्मियों के साथ बातचीत का कोई कार्यक्रम नहीं था, लेकिन इतंजार कर रहे एक पत्रकार ने उनसे उड़ान के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “अच्छा लगा।”
किसी लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाली तीसरी भारतीय राष्ट्रपति
मुर्मू पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम और प्रतिभा पाटिल के बाद किसी लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाली तीसरी भारतीय राष्ट्रपति हैं। हालांकि, उनके पूर्ववर्तियों ने पुणे वायुसेना अड्डे से उड़ान भरी थी। राष्ट्रपति अपना असम दौरा पूरा कर दोपहर करीब साढ़े 12 बजे तेजपुर से रवाना हो गईं।
इसके पूर्व तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन शुक्रवार को राष्ट्रपति ने काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में गज उत्सव-2023 का उद्घाटन किया। इसके बाद गुवाहाटी में माउंट कंचनजंगा अभियान-2023 को झंडी दिखाकर रवाना किया। वह गुवाहाटी में उच्च न्यायालय के 75 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित समारोह में भी शामिल हुईं।