राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लंदन रवाना, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगी
नई दिल्ली/लंदन, 17 सितम्बर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के राजकीय अंतिम संस्कार में शामिल होने और भारत की ओर से संवेदना व्यक्त करने के लिए शनिवार को अपराह्न लंदन रवाना हो गईं। गत 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद श्रीमती मुर्मू की यह पहली विदेश यात्रा है। भारत के अलावा दुख की इस घड़ी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रथम महिला जिल बाइडेन ब्रिटेन के साथ खड़े होने के लिए लंदन पहुंचने वाले हैं।
चीनी सरकार के प्रतिनिधिमंडल को शोक कार्यक्रम में शामिल होने की अनुमति नहीं
ब्रिटिश सरकार की ओर से विश्व के कई राष्ट्राध्यक्षों को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सोमवार, 19 सितम्बर को लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल स्थित लेटे-इन-स्टेट में आमंत्रित किया गया है। हालांकि, इस मौके पर लंदन की बीजिंग के साथ कूटनीतिक दरार उस समय देखने को मिली जब ब्रिटिश सरकार ने चीनी सरकार के प्रतिनिधिमंडल को वेस्टमिंस्टर हॉल में लंदन में महारानी के शोक कार्यक्रम में भाग लेने से मना कर दिया।
President Droupadi Murmu emplanes for London, United Kingdom to attend the State Funeral of H.M. Queen Elizabeth II and offer condolences on behalf of the Government of India. pic.twitter.com/HEFkhoh62J
— President of India (@rashtrapatibhvn) September 17, 2022
विश्व के कई देशों के नेता और राजघराने के लोग लंदन पहुंच रहे
ब्रिटेन के लोग महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के गौरवशाली जीवन और विरासत को सोमवार को उनके भव्य राजकीय अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए ब्रिटेन के साथ विश्व के कई देशों के नेता और राजघराने के लोग लंदन के लिए रवाना हो रहे हैं।
लगभग 7.5 लाख लोग महारानी के अंतिम सफर के गवाह बनेंगे
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार करीब 7.5 लाख लोग ब्रिटेन की महारानी के अंतिम सफर के गवाह बनेंगे। वहीं महारानी के अंतिम संस्कार की सुरक्षा के लिए करीब सात मिलियन यूएस डॉलर के खर्च होने का अनुमान है। ब्रिटेन के इतिहास में अंतिम संस्कार पर होने वाला यह सबसे बड़ा खर्च माना जा रहा है। इस अंतिम संस्कार को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने और विभिन्न देशों से आए राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा के लिए ब्रिटेन की खुफिया एजेंसी एमआई6, एमआई5 और मेट्रोपोटन पुलिस मिलकर एक साथ तैयारी कर रही हैं।
ब्रिटिश सरकार ने कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रण नहीं भेजा है
हालांकि ब्रिटेन सरकार या राजघराने की ओर से महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले मेहमानों की कोई आधिकारिक सूची नहीं जारी की गई है। लेकिन न्यूयॉर्क पोस्ट ने कई ऐसे देशों का नाम प्रकाशित किया है, जिनके राष्ट्राध्यक्षों को इस कार्यक्रम में भाग लेने के ब्रिटिश सरकार ने आमंत्रण नहीं भेजा है। इनमें रूस, चीन, म्यांमार, सीरिया और वेनुजुएला जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्षों का नाम शामिल है।
एक और दिलचस्प जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि ब्रिटेन ने कई राष्ट्र प्रमुखों को न बुलाने के बीच उत्तर कोरिया, ईरान और निकारागुआ जैसे देशों को महारानी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है। हालांकि यह निमंत्रण उन देशों के प्रमुखों को नहीं बल्कि उनके राजदूत प्रतिनिधियों को दिया गया है।
व्लादिमिर पुतिन ने नवनियुक्त किंग चार्ल्स तृतीय को दीं शुभकामनाएं
खबरों के अनुसार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने ब्रिटेन के नवनियुक्त किंग चार्ल्स तृतीय को ब्रिटेन की राजसत्ता संभालने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी हैं। खबर यह भी आ रही थी कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी ब्रिटेन की दिवंगत महारानी के अंतिम संस्कार के मौके पर मौजूद रह सकते हैं। हालांकि न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार ब्रिटेन सरकार ने इसे अफवाह बताया और कहा कि अमेरिका से केवल वर्तमान राष्ट्रपति और उनकी पत्नी ही भाग लेंगे।