राष्ट्रपति बाइडेन बोले – पोलैंड में गिरी मिसाइल के रूस द्वारा दागे जाने की संभावना कम, फिर भी जांच में सहयोग करेंगे
नुसा दुआ (इंडोनेशिया), 16 नवम्बर। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि पोलैंड में गिरी मिसाइल के रूस द्वारा दागे जाने की संभावना कम हैं, लेकिन वह पोलैंड की जांच में सहयोग करेंगे।
पोलैंड के पूर्वी हिस्से में मिसाइल गिरने से 2 लोगों की मौत
पोलैंड का कहना है कि एक रूस-निर्मित मिसाइल देश के पूर्वी हिस्से में गिरी, जिसकी चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। इसके बाद बाइडेन ने इंडोनेशिया में जी7 और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) देशों के नेताओं की एक आपात बैठक बुलाई।
इंडोनेशिया के बाली में जी20 शिखर सम्मेलन में भागीदारी के दौरान बाइडेन ने रूस द्वारा पोलैंड पर मिसाइल दागे जाने के सवाल पर पत्रकारों से कहा, ‘प्रारंभिक जानकारी इसका खंडन करती है। प्रक्षेपवक्र को देखते इसके रूस द्वारा दागे जाने की संभावना नहीं है, लेकिन हम इस पर गौर करेंगे।’
वहीं अमेरिका के तीन अधिकारियों ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार पोलैंड में गिरी मिसाइल को यूक्रेन की सेना ने रूस द्वारा दागी गई मिसाइल के जवाब में प्रक्षेपित किया था।
बाइडेन ने पोलैंड के राष्ट्रपति डूडा को फोन कर जताई संवेदना
इस बीच राष्ट्रपति बाइडेन ने बुधवार सुबह पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा को फोन किया और घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की। बाइडन ने ट्वीट किया, ‘पोलैंड की जांच में अमेरिका पूर्ण सहयोग करेगा। हम नाटो के लिए अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता को दोहराते हैं।’
हमले में पोलैंड की जांच का समर्थन करने को लेकर सभी एकमत
बाइडेन ने कहा कि उन्होंने डूडा और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग के साथ हुई बातचीत की जानकारी सहयोगियों को दी और हमले में पोलैंड की जांच का समर्थन करने को लेकर सभी एकमत हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि वास्तव में जो भी हुआ है, उसका पता चले। इसके बाद ही हम आगे की रणनीति तय कर पाएंगे।’
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने होटल के एक बॉलरूम में यह बैठक की। इसमें जी7 के नेता और नाटो सहयोगी स्पेन और नीदरलैंड्स के प्रधानमंत्री शामिल हुए। जी7 में कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन और यूरोपीय संघ शामिल हैं। बाइडन ने इसके बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से अलग से मुलाकात भी की।
‘जब तक रूस की आक्रामकता जारी रहेगी, हम यूक्रेन का समर्थन करते रहेंगे‘
बाइडेन ने कहा, ‘जब तक रूस की आक्रामकता जारी रहेगी, हम यूक्रेन का समर्थन करते रहेंगे।’ सुनक की मौजूदगी में बाइडन ने कहा, ‘शुक्र है कि इसको लेकर हमारी एक राय है।’
उधर पोलैंड के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार देर रात एक बयान जारी कर कहा था कि मिसाइल के रूस निर्मित होने का पता चला है। हालांकि, पोलैंड के राष्ट्रपति एंड्रेज डूडा ने बताया कि अभी अधिकारियों को यह पता नहीं चल पाया है कि मिसाइल किसने और कहां से दागी। उन्होंने कहा कि यह शायद रूस निर्मित है, लेकिन इस तथ्य की अभी पुष्टि की जा रही है। गौरतलब है कि रूस ने मंगलवार को यूक्रेन के पूर्व से लेकर पश्चिमी इलाके तक ऊर्जा तथा अन्य प्रतिष्ठानों पर हवाई हमले किए थे, जिससे एक बड़ा बिजली संकट खड़ा हो गया।
बाइडन और उनके सहयोगी देशों का जी-20 में रूस को अलग-थलग करने का आह्वान
बाइडेन ने कहा, ‘जब जी-20 में विश्व नेता तनाव कम करने का आह्वान करने के लिए एकत्रित हुए, तभी रूस ने यूक्रेन में हमले तेज कर दिए। पश्चिमी यूक्रेन में कई मिसाइल हमले किए गए हैं।’ बाइडन और उनके सहयोगी देश जी-20 में रूस को अलग-थलग करने का आह्वान कर रहे हैं और समूह की आखिरी विज्ञप्ति में ‘अधिकतर’ सदस्य देशों के रूसी आक्रमण की निंदा करने की संभावना है।
रूसी रक्षा मंत्रालय के मिसाइल हमले से इनकार
वहीं रूस के रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन-पोलैंड सीमा के पास मिसाइल हमले में उसका हाथ होने से इनकार करते हुए एक बयान में कहा कि तस्वीरों में कथित तौर पर जो नुकसान नजर आ रहा है, उसका रूसी हथियारों से कोई लेना-देना नहीं है।
इस बीच, स्टोलटेनबर्ग ने पोलैंड की यूक्रेन से लगी सीमा के पास हुए मिसाइल हमले पर चर्चा करने के लिए ब्रसेल्स में गठबंधन देशों के दूतों की एक आपात बैठक बुलाई। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के भी बुधवार को बैठक करने की उम्मीद है। यूक्रेन की स्थिति पर आज परिषद की बैठक पहले से ही निर्धारित थी।