बरेली में हिंसा पर पुलिस का एक्शन – मौलाना तौकीर रजा सहित 8 लोग भेजे गए जेल, 48 घंटे के लिए इंटरनेट बंद
बरेली, 27 सितम्बर। यूपी के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद हुए हिंसक प्रदर्शन पर पुलिस पूरी तरह एक्शन मोड में आ गई है। इस क्रम में शनिवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा सहित आठ लोगों को जेल भेजा है। वहीं हिंसा के मामले में उपद्रवियों के खिलाफ लगातार FIR दर्ज हो रही है।
इसके साथ ही बरेली में दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं भी पूरी तरह बंद कर दी गई हैं। प्रशासन ने इसे लेकर आदेश भी जारी कर दिया है। बीएसएनएल क्षेत्रीय कार्यालय के जीए पंकज पोरवाल ने प्रशासन के इस आदेश की पुष्टि की। दरअसल सोशल मीडिया पर एक लेटर वायरल हुआ, जिसमें लिखा था कि शासन के निर्देश पर कुछ देर में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया जाएगा। पहले तो इसे फर्जी बताया गया, लेकिन इंटरनेट सेवाएं ठप होने के बाद वायरल लेटर की सत्यपता पर मुहर लग गई।
‘आई लव मोहम्मद‘ के पोस्टर लेकर सड़कों पर हुआ था हिंसक प्रदर्शन
स्मरण रहे कि शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली में कई स्थानों पर बवाल हुआ था। बरेली महानगर की अल हजरत दरगाह के आसपास मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लेकर उतरे। देखते ही देखते यह विरोध प्रदर्शन हिंसक टकराव में बदल गया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।

बरेली के एसएसपी ने बताया कि हिंसा के मामले में कुल 10 FIR दर्ज की गईं, जिनमें से कोतवाली थाने में पांच, बरादली में दो, प्रेमनगर में एक और कैंट में एक FIR दर्ज है। पुलिस ने अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया है और कुल 39 लोगों को हिरासत में लिया है। मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ कुल सात एफआइआर दर्ज है। बरेली हिंसा में कुल 22 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के मुखिया मौलाना तौकीर रजा खान ने ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में प्रदर्शन का एलान किया था और जिला लेकिन प्रशासन की मंजूरी नहीं मिलने के कारण उन्होंने प्रदर्शन को एन मौके पर टाल दिया। लेकिन लोगों को जब प्रदर्शन रद होने की खबर मिली तो वे नाराज हो गए। साथ ही मस्जिद के पास और रजा के घर के बाहर इकट्ठा हो गए। उन्होंने प्रदर्शन के स्थगन पर नाराजगी जताई।
बरेली डीएम की आमजन से अपील – अफवाहों पर ध्यान न दें
इस बीच जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि पुलिस ने मौके पर सख्त काररवाई की और स्थिति पूरी तरह नियंत्रित कर ली गई है। उन्होंने आमजन से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी एक बयान जारी कर कहा कि बरेली हिंसा एक साजिश के तहत की गई थी, जिसका उद्देश्य पश्चिमी यूपी में उद्योग और निवेश को प्रभावित करना था।
वीडियो और तस्वीरों से होगी पहचान
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नमाज से पहले धार्मिक नेताओं के साथ संपर्क में थे और अधिकतर क्षेत्रों में शुक्रवार की नमाज शांतिपूर्ण रही, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने पत्थर फेंके और वाहनों तथा दुकानों को नुकसान पहुंचाया। डीआईजी अजय कुमार साहनी ने कहा कि इस घटना में शामिल लोगों की पहचान वीडियो और तस्वीरों के माध्यम से की जाएगी और सख्त काररवाई की जाएगी।
