1. Home
  2. हिन्दी
  3. राष्ट्रीय
  4. चंद्रयान-3 के लैंडिंग कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली जुड़ेंगे पीएम मोदी
चंद्रयान-3 के लैंडिंग कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली जुड़ेंगे पीएम मोदी

चंद्रयान-3 के लैंडिंग कार्यक्रम में दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली जुड़ेंगे पीएम मोदी

0
Social Share

नई दिल्ली, 22 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार की शाम प्रस्तावित चंद्रयान-3 सॉफ्ट लैंडिंग कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे। इसकी वजह यह है कि पीएम मोदी 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दक्षिण अफ्रीका की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर हैं। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को कहा, ‘प्रधानमंत्री चंद्रयान लैंडिंग के दौरान इसरो से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़ेंगे।’

उल्लेखनीय है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का तीसरा चंद्र मिशन, चंद्रयान-3, बुधवार शाम लगभग 6:04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला है। यदि लैंडर लैंडिंग में सफल रहता है, तो यह पहली बार होगा कि किसी देश का अंतरिक्ष यान इस क्षेत्र में सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।

इसरो ने कहा – निर्धारित समय पर लैंडिंग का प्रयास, सभी प्रणालियां दुरुस्त

इसरो वैज्ञानिकों ने मंगलवार शाम को कहा कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान सॉफ्ट लैंडिंग का प्रयास करने के लिए निर्धारित समय पर है। अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि सभी प्रणालियों की नियमित जांच हो रही है और सुचारु संचालन जारी है।

लैंडिंग ऑपरेशन का सीधा प्रसारण शाम 5.20 बजे शुरू होगा

दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग एक चुनौतीपूर्ण कार्य है क्योंकि यह बेहद ऊबड़-खाबड़ और पहाड़ी इलाका है। बताया गया कि लैंडिंग ऑपरेशन का सीधा प्रसारण शाम 5.20 बजे शुरू होगा।

इसके पूर्व सोमवार को अहमदाबाद में इसरो के अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र के निदेशक नीलेश एम. देसाई ने कहा था कि बुधवार को चंद्रयान-3 को उतारना उचित होगा या नहीं, इस पर अंतिम निर्णय लैंडर मॉड्यूल की स्थिति और चंद्रमा पर स्थितियों के आधार पर लिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अगर परिस्थितियां अनुकूल नहीं रहीं तो लैंडिंग को 27 अगस्त तक आगे बढ़ाया जा सकता है।

चंद्रयान-3 का उद्देश्य चंद्रमा की भूविज्ञान, उसके जल संसाधनों और भविष्य में मानव अन्वेषण के लिए इसकी क्षमता का अध्ययन करना है। इसे पिछले माह 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था और इसने पांच अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया। इस मिशन में एक लैंडर, एक रोवर और एक प्रणोदन मॉड्यूल शामिल हैं।

LEAVE YOUR COMMENT

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Join our WhatsApp Channel

And stay informed with the latest news and updates.

Join Now
revoi whats app qr code