SCO समिट में व्लादिमीर पुतिन के साथ बैठक से पहले पीएम मोदी ने यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की
नई दिल्ली, 30 अगस्त। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन के तियानजिन पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठक से पहले शनिवार की शाम यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बात की।
पीएम मोदी ने जेलेंस्की के साथ फोन पर बातचीत में यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के भारत के दृढ़ रुख को दोहराया। उन्होंने जेलेंस्की को यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए हर संभव सहायता देने की भारत की प्रतिबद्धता से भी अवगत कराया।
इस दौरान राष्ट्रपति जेलेंस्की ने यूक्रेन से जुड़े हालिया घटनाक्रमों पर अपने विचार साझा किए। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति जेलेंस्की का धन्यवाद किया और संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान तथा शांति की शीघ्र बहाली के प्रयासों के प्रति भारत के दृढ़ और निरंतर रुख की पुष्टि की।
पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की को आज फोन पर बात करने के लिए धन्यवाद। हमने चल रहे संघर्ष, उसके मानवीय पहलू और शांति एवं स्थिरता बहाल करने के प्रयासों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। भारत इस दिशा में सभी प्रयासों को पूर्ण समर्थन देता है।’
Thank President Zelenskyy for his phone call today. We exchanged views on the ongoing conflict, its humanitarian aspect, and efforts to restore peace and stability. India extends full support to all efforts in this direction. @ZelenskyyUa
— Narendra Modi (@narendramodi) August 30, 2025
रविवार को होनी है पुतिन से पीएम मोदी की मुलाकात
उल्लेखनीय है कि यह बातचीत तियानजिन SCO समिट के दौरान पीएम मोदी के रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मुलाकात से ठीक एक दिन पहले हुई है। यह ऐसे समय में हुआ है, जब भारत रूसी तेल खरीदने के लिए अमेरिका से 50 प्रतिशत टैरिफ का सामना कर रहा है और अमेरिकी प्रशासन नई दिल्ली पर मास्को के साथ व्यापार करके ‘युद्ध को वित्तपोषित’ करने का आरोप लगा रहा है।
ट्रंप प्रशासन द्वारा रूस के साथ भारत के निरंतर तेल व्यापार के दंड के रूप में शुल्कों को 50 प्रतिशत से अधिक तक बढ़ाए जाने के बाद भारत ने भारतीय वस्तुओं पर ‘अनुचित टैरिफ लगाने के लिए वॉशिंगटन की कड़ी आलोचना की है।
इससे पहले यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि रूस के साथ तीन साल से जारी युद्ध को समाप्त करने की कोशिशों को लेकर हालिया घटनाक्रमों पर चर्चा करने के लिए यूक्रेनी अधिकारी अगले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय नेताओं से मिलना चाहते हैं। इन बैठकों का मकसद शांति प्रयासों को आगे बढ़ाना है।
बातचीत के प्रति पुतिन की अरुचि पर जेलेंस्की ने जताई गहरी निराशा
जेलेंस्की ने इस बात पर गहरी निराशा जताई है कि रूस बातचीत में कोई रुचि नहीं दिखा रहा है और आम नागरिकों पर हमले जारी हैं। ट्रंप भी इस बात को लेकर नाराजगी जता चुके हैं कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जेलेंस्की से सीधी बातचीत के लिए अमेरिका के प्रस्ताव को टाल दिया है। ट्रंप ने कहा था कि यदि दो हफ्तों के भीतर बातचीत नहीं होती तो वे आगे के कदम का फैसला करेंगे।
