पीएम मोदी ने मालदा में लगाया आरोप – ‘घोटाले TMC करती है और भुगतान बंगाल की जनता को करना पड़ता है’
मालदा (पश्चिम बंगाल), 26 अप्रैल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के दौरे पर थे। उन्होंने उत्तरी मालदा में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) सहित समूचे विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, ‘अब तक की जो खबरें आ रही है, सुबह से ही लोग उत्साह और उमंग के साथ लोकतंत्र का उत्सव मना रहे हैं। जो लोग मतदान के लिए उत्साह से निकल पड़े हैं, मैं उनका बहुत-बहुत अभिनंदन करता हूं।’
‘…लगता है कि मैं पिछले जन्म में पश्चिम बंगाल में पैदा हुआ था‘
अपने जबर्दस्त स्वागत से अभिभूत पीएम मोदी ने कहा, ‘आप मुझे इतना प्रेम करते हैं, इतना स्नेह करते हैं, इससे ऐसा लगता है कि या तो मैं पिछले जन्म में पश्चिम बंगाल में पैदा हुआ था या तो अगले जन्म में बंगाल की किसी मां की कोख से पैदा होने वाला हूं।’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि एक समय था, जब बंगाल पूरे देश के विकास का नेतृत्व करता था। लेकिन, पहले लेफ्ट वालों ने और फिर टीएमसी वालों ने बंगाल की इस महानता को चोट पहुंचाई, बंगाल के सम्मान को चूर-चूर कर दिया, विकास पर रोक लगा दी। टीएमसी के राज में बंगाल में एक ही चीज चलती – हजारों करोड़ के स्कैम। घोटाले टीएमसी करती है और भुगतान बंगाल की जनता को करना पड़ता है।
टीएमसी सरकार लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ती
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बंगाल के 50 लाख से ज्यादा किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि के आठ हजार करोड़ रुपये सीधे भेजे गए हैं। लेकिन टीएमसी सरकार को देखिए, वो आपको लूटने का कोई मौका नहीं छोड़ती। मैं केंद्र से बंगाल के विकास के लिए, यहां की सरकार को जो पैसा भेजता हूं, वो टीएमसी के नेता मंत्री और तोलाबाज मिलकर खा जाते हैं।’
टीएमसी ने सबसे बड़ा विश्वासघात बंगाल की महिलाओं से ही किया
पीएम मोदी ने कहा, ‘मां-माटी-मानुष की बात कहकर सत्ता में आई टीएमसी ने सबसे बड़ा विश्वासघात यहां की महिलाओं से ही किया है। जब बीजेपी सरकार ने मुस्लिम बहनों को अत्याचार से बचाने के लिए तीन तलाक खत्म किया, तो टीएमसी ने इसका विरोध किया। संदेशखाली में महिलाओं पर इतने अत्याचार हुए और टीएमसी सरकार आखिर तक मुख्य आरोपित को बचती रही। टीएमसी और कांग्रेस को जोड़े रखने का सबसे बड़ा चुंबक है – तुष्टिकरण। तुष्टिकरण के लिए ये दोनों पार्टियां कुछ भी कर सकती हैं। तुष्टिकरण की खातिर ये लोग देशहित में लिए गए हर निर्णय को पलटना चाहते हैं।’