पीएम मोदी ने जमुई से 6640 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का किया उद्घाटन और शिलान्यास
जमुई, 15 नवम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदिवासी नायक बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आज बिहार के जमुई में आयोजित एक समारोह में भागीदारी की और इस अवसर पर 6,640 करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
भगवान बिरसा मुंडा जी ने मातृभूमि की आन-बान और शान की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उनकी जन्म-जयंती ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के पावन अवसर पर उन्हें मेरा कोटि-कोटि नमन।#JanjatiyaGauravDiwas pic.twitter.com/GT4OpeNIYr
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2024
बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर स्मारक सिक्का और डाक टिकट का भी अनावरण
बिरसा मुंडा एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्हें छोटानागपुर पठार के आदिवासी समुदाय के लोग प्रेमपूर्वक ‘‘भगवान’’ कहते हैं। मोदी ने राज्य की राजधानी से लगभग 200 किलोमीटर दूर जमुई जिले के एक सुदूर गांव में ‘‘जनजातीय गौरव दिवस’’ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाई जाती है बिरसा मुंडा की जयंती
वर्ष 2021 से बिरसा मुंडा की जयंती को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट का अनावरण भी किया।प्रधानमंत्री ने पीएम जनजातीय आदिवासी न्याय महा अभियान (पीएम-जनमन) के तहत आदिवासी परिवारों के लिए बनाए गए 11,000 घरों के ‘गृह प्रवेश’ में भी वर्चुअल माध्यम से भाग लिया।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने जिन विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, वे आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और आजीविका सृजन में सुधार पर केंद्रित हैं। उन्होंने दूरदराज के आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा पहुंच बढ़ाने के लिए पीएम-जनमन के तहत 23 चल चिकित्सा इकाइयों (एमएमयू) और ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ (डीएजेजीयूए) के तहत 30 अतिरिक्त एमएमयू की शुरुआत की।
पीएम मोदी ने 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों और 300 वन धन विकास केंद्रों का उद्घाटन किया, जिनका उद्देश्य उद्यमिता को बढ़ावा देना और आजीविका में सुधार करना है।उन्होंने मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा और जबलपुर में दो आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालयों और श्रीनगर तथा गंगटोक में दो आदिवासी अनुसंधान संस्थानों का भी उद्घाटन किया, ताकि आदिवासी समुदायों के इतिहास का दस्तावेजीकरण और संरक्षण किया जा सके।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री का एक सप्ताह से भी कम समय में बिहार का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले उन्होंने बुधवार को राज्य के उत्तरी क्षेत्र के प्रमुख शहरों में से एक दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखी थी। जमुई की सीमा झारखंड से लगती है, जहां विधानसभा चुनाव हो रहे हैं।