मुंबई, 10 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को दक्षिण मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) से दो नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। यह पहला अवसर था, जब एक ही दिन दो नई वंदे भारत ट्रेनें की शुरुआत हुई। ये ट्रेनें मुंबई-सोलापुर और मुंबई-साईनगर शिर्डी मार्गों पर संचालित की जाएंगी।
पीएम मोदी ने मलाड में कुरार अंडरपास और एससीएलआर ब्रिज के उद्घाटन का पट्टिकाओं का अनावरण भी किया। ये दोनों सड़क परियोजनाएं एमएमआरडीए द्वारा शुरू की गई हैं। इस मौके पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, सीएम एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस मौजूद थे और भी कई केंद्रीय मंत्री मौजूद थे।
पहली बार दो वंदे भारत ट्रेनें शुरू की गईं
पीएम मोदी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, ‘पहली बार दो वंदे भारत ट्रेनें शुरू की गईं। वे मुंबई और पुणे जैसे वित्तीय केंद्रों को हमारी भक्ति के केंद्रों से जोड़ेंगी। इससे कॉलेज जाने वाले और ऑफिस जाने वाले लोगों, किसानों और भक्तों को लाभ होगा। ट्रेन से यात्रियों की सुविधा बढ़ेगी। ट्रेन महाराष्ट्र में धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा देगी।’
देशभर के कुल 108 जिले वंदे भारत ट्रेनों से जुड़ चुके हैं
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज देशभर के कुल 108 जिले वंदे भारत ट्रेन से जुड़े हुए हैं। मुझे खुशी है कि मुंबईवासियों का जीवन आज और आसान हो जाएगा क्योंकि एलिवेटेड रोड कॉरिडोर का भी उद्घाटन हो गया है। एलिवेटेड कॉरिडोर उपनगरीय मुंबई में पूर्व-पश्चिम कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा। कुरार अंडरपास कनेक्टिविटी के लिए भी महत्वपूर्ण और महत्वपूर्ण है।’
ये है वंदे भारत ट्रेनों का क्रेज
पीएम मोदी बोले कि एक समय था, जब सांसद अपने क्षेत्र के स्टेशनों पर ट्रेनों के स्टॉपेज की व्यवस्था करने के लिए 1-2 मिनट का स्टॉपेज पाने के लिए पत्र लिखा करते थे। अब सांसद मिलते हैं तो अपने क्षेत्र में वंदे भारत की मांग करते हैं। वंदे भारत ट्रेनों का आज यही है क्रेज।
उन्होंने कहा कि वंदे भारत ट्रेन आज के आधुनिक भारत की एक शानदार तस्वीर है। यह भारत की गति और पैमाने का प्रतिबिंब है। आप देख सकते हैं कि देश वंदे भारत को किस गति से लॉन्च कर रहा है। अब तक ऐसी 10 ट्रेनों का शुभारंभ हो चुका है।
अपने भाषण का समापन पीएम मोदी ने यह कहते हुए किया, ’21वीं सदी के भारत को अपनी सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में तेजी से सुधार करना होगा। जितनी जल्दी हमारी सार्वजनिक परिवहन प्रणाली का आधुनिकीकरण होगा, लोगों के लिए जीना उतना ही आसान होगा और उनका जीवन स्तर भी बेहतर होगा। इसे संभव बनाने के लिए सरकार युद्ध स्तर पर काम कर रही है।’