पाकिस्तान की संसद में संविधान को संरक्षित और सुरक्षित रखने का प्रस्ताव पारित
इस्लामाबाद, 11 अप्रैल। पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली ने 1973 संविधान की स्वर्ण जयंती के अवसर पर संविधान को अक्षरशः सुरक्षित, संरक्षित और रक्षा करने के संकल्प का प्रस्ताव पारित किया हैं। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि सोमवार को पारित प्रस्ताव के अनुसार, नेशनल असेंबली ने राज्य की संस्थानों से संविधान के पूर्ण कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने और नागरिकों के अधिकारों तथा हितों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का आग्रह किया।
पाकिस्तान ने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ प्रस्ताव पेश करते हुए संविधान के मौलिक सिद्धांतों में से एक के रूप में संघवाद के सिद्धांतों को बनाए रखने के महत्व पर बल दिया। इस अवसर पर अपने संदेश में श्री शरीफ ने देश के आर्थिक विकास, स्वतंत्रता तथा आम लोगों को सुविधा देकर संविधान की पवित्रता सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
प्रधानमंत्री ने कहा, “संविधान पाकिस्तान का रक्षक और मार्गदर्शक सिद्धांत है और हम इसकी रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे सकते हैं।” उन्होंने संविधान को सभी राज्य संस्थानों की जननी बताते हुए कहा कि इसी ने राष्ट्र को एकजुट रखा।