पाकिस्तान के नापाक इरादे फिर उजागर : तूफान में फंसे इंडिगो विमान की मदद से किया इनकार
नई दिल्ली, 23 मई। भारत से तनातनी के बीच पाकिस्तान के नापाक इरादे फिर उजागर हुए, जब उसने गत बुधवार को खराब मौसम के कारण गंभीर टर्बुलेंस का सामना करने वाले इंडिगो के विमान को लाहौर में इमरजेंसी लैंडिग के लिए मदद देने से साफ इनकार कर दिया था। अंततः श्रीनगर में विमान की आपात लैंडिंग करानी पड़ी। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से जारी बयान में यह बात सामने आई है।
विमानन नियामक ने बताया कि 21 मई 2025 को, इंडिगो A321 नियो विमान VT-IMD ने उड़ान संख्या 6E-2142 दिल्ली से श्रीनगर के बीच संचालित की गई। एफएल 360 पर उड़ान भरते समय, विमान पठानकोट के पास ओलावृष्टि और गंभीर टर्बुलेंस के क्षेत्र में प्रवेश कर गया।
खराब मौसम के कारण विमान ने वायुसेना से कही थी यह बात
चालक दल के बयान के अनुसार, उन्होंने मार्ग पर खराब मौसम के कारण भारतीय वायुसेना के उत्तरी नियंत्रण से अंतरराष्ट्रीय सीमा से बाईं ओर जाने की अनुमति मांगी। हालांकि उन्हें मंजूरी नहीं दी गई। बाद में चालक दल ने खराब मौसम से बचने के लिए लाहौर (पाकिस्तान) से उनके हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के लिए संपर्क किया। लेकिन उन्होंने भी मना कर दिया।
ओलावृष्टि के कारण गंभीर टर्बुलेंस के बीच फंसा विमान
चालक दल ने शुरू में लौटने की कोशिश की, लेकिन जब विमान आंधी व बादल के करीब पहुंच गया तो चालक दल ने खराब मौसम में घुसने का फैसला किया। इसके बाद, फ्लाइट को ओलावृष्टि और गंभीर टर्बुलेंस का सामना करना पड़ा। फिर अधिकतम परिचालन गति/अधिकतम परिचालन मैक (वीएमओ/एमएमओ) चेतावनियों से जुड़ी समस्या आने लगी।
चालक दल ने श्रीनगर की ओर सबसे छोटे मार्ग से मौसम से बाहर निकलने की कोशिश की उसी दौरान ऑटोपायलट ट्रिप हो गया और विमान की गति में बहुत अधिक बदलाव दिखा। इस अवधि के दौरान विमान की गति 8500 एफपीएम तक पहुंच गई।
विमान को नियंत्रित करने में चालक दल को करनी पड़ी मशक्कत
डीजीसीए के अनुसार चालक दल ने विमान को तब तक मैन्युअल रूप से उड़ाया, जब तक कि वे ओलावृष्टि से बाहर नहीं निकल गए। सभी चेक लिस्ट का पालन (ईसीएएम क्रियाएं) करने के बाद चालक दल ने श्रीनगर एटीसी को पैन पैन घोषित किया और रडार वेक्टर के लिए अनुरोध किया। इसके बाद ऑटो थ्रस्ट के सामान्य रूप से संचालन के साथ सुरक्षित लैंडिंग की गई। विमान में सवार किसी भी यात्री को कोई चोट नहीं आई। उड़ान के बाद जायजा लेने पता चला कि विमान के नोज रेडोम (अगले हिस्से) को नुकसान पहुंचा है। डीजीसीए ने बताया है कि इस मामले की जांच नियामक की ओर से की जा रही है।
