पाकिस्तान को बड़ी राहत : एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर, म्यांमार पहली बार ब्लैक लिस्ट में
पेरिस, 21 अक्टूबर। आतंकवादी वित्त पोषण और धनशोधन पर नजर रखने वाली वैश्विक संस्था वित्तीय काररवाई कार्यबल (एफएटीएफ) ने पाकिस्तान को अपनी ग्रे (संदिग्ध) सूची से बाहर कर दिया है। पाकिस्तान को लगभग चार साल पहले एफएटीएफ की ग्रे सूची में डाला गया था।
एफएटीएफ ने शुक्रवार को यहां संपन्न अपनी दो दिवसीय पूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया। वहीं, एफएटीएफ ने म्यांमार को पहली बार अपनी काली सूची में शामिल किया है। काली सूची में उच्च जोखिम वाले उन क्षेत्रों को रखा जाता है, जहां काररवाई किए जाने की जरूरत है। एफएटीएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि वह धनशोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के तंत्र में सुधार की दिशा में पाकिस्तान द्वारा की गई महत्वपूर्ण प्रगति का स्वागत करता है।
इस वजह से पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर
वैश्विक कार्यबल ने कहा, ‘पाकिस्तान ने धनशोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निबटने के अपने तंत्र को अधिक प्रभावी बनाया है और रणनीतिक कमियों के संबंध में अपनी कार्य योजनाओं की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए उन तकनीकी कमियों को दूर किया है, जिनका जिक्र एफएटीएफ ने जून 2018 और जून 2021 में किया था। उसने संबंधित प्रतिबद्धताओं को तय समयसीमा से पहले पूरा किया है, जिसमें कुल 34 कार्य बिंदु शामिल थे। इसलिए पाकिस्तान अब एफएटीएफ की बढ़ी हुई निगरानी प्रक्रिया के अधीन नहीं है। पाकिस्तान धन शोधन और आतंकवादी वित्त पोषण से निपटने के अपने तंत्र को और बेहतर बनाने के लिए एपीजी के साथ काम करना जारी रखेगा।’
अपनी लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को सुधारने की कोशिश करेगा पाकिस्तान
ग्रे सूची से बाहर होने के बाद पाकिस्तान अपनी लड़खड़ाई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और यूरोपीय संघ (ईयू) से वित्ती मदद हासिल करने की कोशिश कर सकता है।