पाकिस्तान : ट्विटर पर उलझे इमरान खान और शहबाज शरीफ, एक ने बताया ‘चोर’, दूसरे ने कहा- मेमोरी लॉस
इस्लामाबाद, 25 जुलाई। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पूर्व प्रधानमंत्री एवं पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान के बीच ट्विटर पर तीखी बहस हो गई। दरअसल, शहबाज सरकार ने भविष्य में श्रीलंका बनने से बचने के लिए एक अध्यादेश पारित किया है। इसके तहत देश की संपत्तियों को विदेशियों के हाथों बेचने का प्रावधान है। इसी मुद्दे को लेकर ट्विटर पर वाकयुद्ध छिड़ गया। इमरान ने राष्ट्रीय संपत्तियों को विदेशियों के हाथों बेचने की सभी प्रक्रियाओं को दरकिनार करने को लेकर निशाना साधा।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट द्वारा अध्यादेश को मंजूरी दिए जाने के कुछ घंटों बाद ट्विटर पर तीखी बहस में पूर्व पाकिस्तानी पीएम इमरान खान ने राष्ट्रीय संपत्ति की बिक्री के लिए ‘आयातित सरकार’ की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया। इमरान खान ने पाक पीएम शहबाज पर पिछले 30 वर्षों से पाकिस्तान को लूटने और वर्तमान आर्थिक मंदी का आरोप लगाया।
उन्होंने लिखा कि इन चोरों को हमारी राष्ट्रीय संपत्ति को कभी भी कुटिल तरीके से बेचने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इस पर शहबाज ने पलटवार करते हुए कहा कि इमरान नियाजी मेमोरी लॉस से पीड़ित हैं। उन्हें कुछ याद दिलाने की जरूरत है। एक चैनल की रिपोर्ट का हवाला देते हुए पीएम शहबाज ने इमरान खान पर देश की वैश्विक प्रतिष्ठा और स्थिति व मित्र देशों के साथ संबंधों को गहरी चोट पहुंचाने का आरोप लगाया।
- अध्यादेश में विवादित प्रावधान
मालूम हो कि अध्यादेश के तहत शहबाज सरकार ने यह प्रावधान किया है कि देश की संपत्तियों को विदेशों को बेचने के खिलाफ देश की कोई भी अदालत आवेदन, याचिका या मुकदमा स्वीकार नहीं कर सकती। हालांकि, जानकार कहते हैं कि कोर्ट इस तरह के प्रावधानों को स्वीकार नहीं करेगा। इसी तरह अध्यादेश में प्रावधान है कि कोई भी जांच एजेंसी, एंटी-ग्राफ्ट एजेंसी या कोर्ट विदेशों को संपत्ति बेचने में हुई चूक की जांच नहीं कर सकती।