पाक पीएम शहबाज शरीफ ने 6 माह में दूसरी बार भारत से बातचीत का दिया प्रस्ताव, बोले – युद्ध अब कोई विकल्प नहीं
इस्लामाबाद, 1 अगस्त। आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने छह माह के भीतर दूसरी बार भारत के साथ बातचीत का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान के मन में ‘किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं’ है और वह भारत के साथ मूल्यवान जुड़ाव को बढ़ावा देना चाहते हैं।
गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों का दशकों पुराना इतिहास रहा है। हालांकि अगस्त, 2019 में भारत ने जम्मू और कश्मीर को मिला विशेष दर्जे समाप्त करते हुए अनुच्छेद 370 हटा दी थी, जिससे पाकिस्तान भड़क गया। इसके बाद से रिश्ते और खराब होते चले गए। फिलहाल अब पाकिस्तान एक बार फिर बातचीत के लिए हाथ बढ़ा रहा है। लेकिन भारत ने स्पष्ट संदेश दे दिया है कि पड़ोसी पहले अपने यहां चल रही आतंक की फैक्टरी बंद करे, फिर बातचीत होगी।
खनिज शिखर सम्मेलन में बोले – ‘हम हर किसी के साथ बात करने को तैयार‘
पाकिस्तानी पीएम शहबाज ने मंगलवार को इस्लामाबाद में पाकिस्तान खनिज शिखर सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम हर किसी के साथ बात करने के लिए तैयार हैं, यहां तक कि अपने पड़ोसी (भारत) के साथ भी, बशर्ते कि पड़ोसी देश गंभीर मुद्दों पर बात करने के लिए गंभीर हो। युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है।’
इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य पाकिस्तान में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को बढ़ाना और ‘धूल से विकास’ की ओर बढ़ना है। इस दौरान उन उन्होंने अमेरिका के साथ भी काम करने की बात कही। अमेरिका और भारत के साथ काम करने पर प्रधानमंत्री शरीफ की टिप्पणी चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना के दूसरे चरण की शुरुआत के बाद आई है। इस परियोजान का भारत खुलकर विरोध करता रहा है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरती है।
गौरतलब है कि शरीफ ने करीब छह माह पहले भी इसी तरह का ऑफर दिया था। उन्होंने अलअरबिया समाचार चैनल के साथ एक इंटरव्यू के दौरान इसी तरह का प्रस्ताव दिया था। 2008 के मुंबई हमलों के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई ठोस बातचीत नहीं हुई है।
ताजा बयान में हालांकि शरीफ ने किसी देश का नाम नहीं लिया, लेकिन यह स्पष्ट था कि उनका इशारा भारत की ओर था। उन्होंने कहा कि युद्ध दोनों देशों के लिए कोई विकल्प नहीं है और ‘परमाणु विस्फोट’ की स्थिति में कोई भी जीवित नहीं बचेगा। उन्होंने कहा, ‘हमारे मन में किसी के खिलाफ कुछ भी नहीं है। हमें अपना ख्याल रखना है, अपने राष्ट्र का निर्माण करना है, यहां तक कि अपने पड़ोसी के साथ भी। हम उनसे बात करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि पड़ोसी मेज पर गंभीर मुद्दों पर बात करने के लिए गंभीर हो क्योंकि युद्ध अब कोई विकल्प नहीं है।’
पाकिस्तान आक्रामक रूप में नहीं बल्कि अपने रक्षा उद्देश्यों के लिए परमाणु शक्ति
शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान एक परमाणु शक्ति है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कोई आक्रामक रूप में नहीं बल्कि अपने रक्षा उद्देश्यों के लिए परमाणु शक्ति है। शहबाज ने भारत के साथ हुए युद्धों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले 75 वर्षों में भारत के साथ तीन युद्ध लड़े हैं, जिसके परिणामस्वरूप केवल गरीबी, बेरोजगारी और शिक्षा, स्वास्थ्य और लोगों की भलाई के लिए संसाधनों की कमी बढ़ी है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह युद्ध करने का नहीं बल्कि क्षेत्र में आर्थिक प्रतिस्पर्धा से लड़ने का तरीका है। उन्होंने कहा, ‘क्योंकि अगर कोई परमाणु विस्फोट होता है, तो यह बताने के लिए कौन जीवित रहेगा कि क्या हुआ था? इसलिए (युद्ध) कोई विकल्प नहीं है।’ उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि पाकिस्तान इस बात को समझता है।
‘गंभीर मुद्दों को समझे बिना हम सामान्य पड़ोसी नहीं बन सकते‘
शहबाज ने कहा, ‘यह भी उतना ही महत्वपूर्ण है कि हमारे पड़ोसी को यह समझना होगा कि जब तक असामान्यताओं को दूर नहीं किया जाता है और जब तक हमारे गंभीर मुद्दों को समझा नहीं जाता है और शांतिपूर्ण और सार्थक चर्चा के माध्यम से संबोधित नहीं किया जाता है, तब तक हम सामान्य पड़ोसी नहीं बन सकते हैं।’