उत्तराखंड : हल्द्वानी हिंसा के मुख्य आरोपित के खिलाफ 2.44 करोड़ रुपये की वसूली की नोटिस
हल्द्वानी/देहरादून, 12 फरवरी। उत्तराखंड में हल्द्वानी नगर निगम ने बनभूलपुरा हिंसा के मुख्य आरोपित अब्दुल मलिक के खिलाफ सरकारी संपत्तियों को कथित रूप से नुकसान पहुंचाने के लिए सोमवार को दो करोड़ 44 लाख रुपये की वसूली की नोटिस जारी की है।
हल्द्वानी नगर आयुक्त की ओर से जारी नोटिस में कहा गया है कि ‘मलिक का बगीचा’ में अवैध रूप से बनाए गए दो भवनों को ध्वस्त करने के लिए गई प्रशासनिक टीम पर हमला कर मलिक के समर्थकों द्वारा नगर निगम की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया। नोटिस में आठ फरवरी को घटना वाले दिन दर्ज प्राथमिकी का भी जिक्र किया गया है, जिसमें मलिक को नामजद किया गया है।
मलिक द्वारा कथित रूप से किए गए नुकसान का प्रारंभिक आकलन 2.44 करोड़ रुपये बताते हुए नगर निगम ने उसे 15 फरवरी तक यह राशि नगर निगम, हल्द्वानी में जमा करवाने को कहा है। नोटिस में कहा गया है कि ऐसा न होने पर उससे कानूनी तरीके से यह राशि वसूली की जाएगी। मलिक ने ही कथित तौर पर अवैध मदरसा और नमाज स्थल का निर्माण कराया था, जिनके ध्वस्तीकरण के दौरान हिंसा भड़क गई थी।
उल्लेखनीय है कि आठ फरवरी को भड़की हिंसा में उपद्रवियों ने प्रशासनिक अमले पर पथराव किया था और वाहनों को जलाने के बाद बनभूलपुरा पुलिस थाने को भी फूंक दिया था। घटना के दौरान पुलिस ने भी बल प्रयोग किया। हिंसा में छह व्यक्तियों की मृत्यु हो गई थी तथा पुलिसकर्मियों और पत्रकारों समेत 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे।
सीएम धामी बोले – अतिक्रमण से मुक्त हुई जमीन पर बनाया जाएगा पुलिस स्टेशन
इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बनभूलपुरा में अतिक्रमण से मुक्त कराई गई भूमि पर एक पुलिस स्टेशन बनाने की योजना की घोषणा की।
बनभूलपुरा, हल्द्वानी में जिस जगह से अवैध अतिक्रमण हटाया गया वहां पर अब पुलिस थाने का निर्माण किया जाएगा।
उपद्रवियों और दंगाइयों के लिए हमारी सरकार का यह स्पष्ट संदेश है कि देवभूमि की शांति से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा, ऐसे उपद्रियों के लिए उत्तराखण्ड… pic.twitter.com/kUQsHCCpeq
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 12, 2024
सीएम धामी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘बनभूलपुरा, हल्द्वानी में जिस जगह से अवैध अतिक्रमण हटाया गया, वहां पर अब पुलिस थाने का निर्माण किया जाएगा। उपद्रवियों और दंगाइयों के लिए हमारी सरकार का यह स्पष्ट संदेश है कि देवभूमि की शांति से खिलवाड़ करने वाले किसी भी व्यक्ति को छोड़ा नहीं जाएगा। ऐसे उपद्रियों के लिए उत्तराखण्ड में कोई स्थान नहीं है।’