किम जोंग उन की देखरेख में उत्तर कोरिया ने किया नई ह्वासोंगफो-18 मिसाइल का परीक्षण
प्योंगयांग 14 अप्रैल। उत्तर कोरिया ने गुरुवार को नई ह्वासोंगफो-18 ठोस ईंधन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। दक्षिण कोरियाई समाचार एजेंसी योनहाप ने शुक्रवार को यह रिपोर्ट दी हैं। उत्तर कोरिया की सरकारी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की देखरेख में नई प्रकार की ह्वासोंगफो-18 ठोस-ईंधन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का पहला परीक्षण किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, परीक्षण का उद्देश्य मल्टी-स्टेज मिसाइलों के लिए उच्च-बल वाले ठोस-ईंधन इंजनों के प्रदर्शन और अन्य प्रणालियों की विश्वसनीयता की पुष्टि करना है। इस अवसर पर किम जोन उन ने कहा कि नवीनतम प्रक्षेपण उत्तर कोरिया को कोरियाई प्रायद्वीप के लगातार बिगड़ते सुरक्षा वातावरण और दीर्घकालिक सैन्य खतरों से निपटने के लिए अधिक विकसित और उन्नत शक्तिशाली हथियार प्रणाली के विकास को तेजी से और बढ़ाने अनुमति देगा।
उन्होंने कहा कि मिसाइल का विकास उत्तर कोरिया के रणनीतिक निवारक घटकों में बड़े पैमाने पर सुधार करेगा, साथ ही साथ परमाणु पलटवार मुद्रा की प्रभावशीलता को मौलिक रूप से बढ़ावा देगा और इसकी आक्रामक सैन्य रणनीति की व्यावहारिकता में बदलाव लाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि किम ने नई मिसाइल के विकास में शामिल राष्ट्रीय रक्षा वैज्ञानिक अनुसंधान क्षेत्र के सदस्यों की अत्यधिक सराहना करते हुए 10 से अधिक सैन्य अधिकारियों को उत्तर कोरिया के लेबर हीरो का खिताब देने का प्रस्ताव रखा और उप-निदेशक कर्नल हान कुम बोक को मेजर जनरल पद पर पदोन्नत किया है।