I.N.D.I.A. गठबंधन पर नीतीश का प्रहार – ‘मैंने बहुत कोशिश की नाम बदलवाने की, वो माने ही नहीं’
पटना, 31 जनवरी। भाजपा के साथ मिलकर रिकॉर्ड नौवीं बार बिहार की सत्ता संभालने के तीन दिन बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के नामकरण को लेकर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि वह इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) की जगह कोई और नाम रखने की मांग कर रहे थे, लेकिन किसी ने सुना ही नहीं। वे लोग पहले ही यह नाम तय कर लिए थे।
‘आज तक यह तय नहीं हो सका कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी‘
नीतीश कुमार ने कहा कि वह विपक्षी गठबंधन का नाम I.N.D.I.A. की जगह कुछ और रखने का आग्रह कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘मैं उनसे गठबंधन के लिए कोई दूसरा नाम चुनने का आग्रह कर रहा था। लेकिन उन्होंने इसे पहले ही तय कर लिया था। मैंने बोल दिया था कि यह नाम ठीक नहीं है, लेकिन तब तक वो लोग कर दिए थे। फिर हमने कहा ठीक है। लेकिन अब उनकी हालत देख लीजिए। मैं बहुत कोशिश कर रहा था। वो एक काम नहीं कर रहे थे। उन्होंने कुछ नहीं किया। आज तक उन्होंने यह तय नहीं किया कि कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यही कारण है कि मैंने उन्हें छोड़ दिया और वापस वहीं आ गया, जिसके साथ मैं शुरू में था। मैं बिहार के लोगों के लिए काम करता रहूंगा।’
बिहार में जाति आधारित गणना हमने अपने दम पर करवाई, कुछ लोग बेवजह इसका क्रेडिट लेना चाहते हैं: माननीय मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी।#JDU #NitishKumar #CasteCensus #Bihar #NitishModel pic.twitter.com/08pRd9TUNz
— Janata Dal (United) (@Jduonline) January 31, 2024
राहुल की टिप्पणी पर बोले – ‘जाति जनगणना मैंने करवाई, क्रेडिट वो ले रहे‘
बिहार में जाति सर्वेक्षण को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी पर भी सीएम नीतीश ने तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘जाति जनगणना मैंने करवाई, लेकिन इसका क्रेडिट वो ले रहे हैं।’ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को दावा किया था कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन के सहयोगियों के दबाव में जाति सर्वेक्षण कराने का आदेश दिया, जिसके बाद वह खुद को फंसा हुआ महसूस कर रहे थे।
राहुल के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए नीतीश ने कहा, ‘जातीय जनगणना कब हुई थी। क्या वह भूल गए हैं? हमने नौ पार्टियों को बैठाकर इसे करवाया था। 2019-2020 में विधानसभा से लेकर सार्वजनिक बैठकों तक हर जगह हम जाति जनगणना कराने की बात कहते थे। 2021 में प्रधानमंत्री से भी मिलने गए। उन्होंने (पीएम ने) कह दिया था कि अभी तो हम लोग नहीं करेंगे। फिर हमको अहसास हुआ और हमने सभी लोगों को बुलाया। तो ये (जाति गणना) हमने करवाई है। ये सब मेरा किया हुआ है। वह फर्जी क्रेडिट ले रहे हैं। मैं क्या कर सकता हूं? छोड़िए न इस सबको।’