नीतीश कुमार की हुंकार – सभी विपक्षी दल मिलकर लड़ें तो भाजपा 50 सीटों पर सिमट जाएगी
पटना, 4 सितम्बर। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को हुंकार भरते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में सभी विपक्षी दल मिलकर चुनाव लड़ें तो भारतीय जनता पार्टी 50 सीटों पर सिमट जाएगी और वह इसी अभियान में लगे हैं। नीतीश ने अपनी पार्टी जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए यहां यह बात कही, जिसके तुरंत बाद पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई।
‘2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के षडयंत्र से हमारी सीटें कम हो गईं‘
नीतीश ने कहा, ‘भाजपा के लोग प्रदेश में सांप्रदायिक एवं सामाजिक सौहार्द को बिगाड़ने का कार्य करेंगे और हम सभी को पंचायत स्तर तक पूरी सावधानी बरतनी है। जदयू की ओर से जारी बयान में अनुसार पार्टी के शीर्ष नेता नीतीश ने आरोप लगाया, ‘2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के षडयंत्र से हमारी सीटें कम हो गईं। मैं स्वयं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था पर उनके आग्रह पर तैयार हो गया क्योंकि शुरू से ही बिहार का विकास मेरी प्राथमिकता रही है।’
राष्ट्रीय कार्यकारिणी का फैसला – विपक्षी दलों को एकजुट करेंगे नीतीश कुमार
इस बीच जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा के खिलाफ विपक्षी दलों को एकजुट करने की जिम्मेदारी सौंपी। कार्यकारिणी का मानना है कि 2024 में प्रस्तावित लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर मौजूदा सरकार के विकल्प की तलाश में सभी विपक्षी दलों को मतभेदों को भुलाकर एकजुट होना होगा।
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में 250 से ज्यादा नेताओं की भागीदारी होगी
जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक मजबूत विकल्प खड़ा करने का इशारा किया गया है। देशभर के लगभग 110 पार्टी नेताओं ने इस बैठक में हिस्सेदारी की, जिनमें जदयू की 26 राज्य इकाइयों के अध्यक्ष भी शामिल रहे। इसी कड़ी में रविवार को राष्ट्रीय परिषद की बैठक में पार्टी के 250 से अधिक नेता शामिल होंगे।
ललन सिंह का आरोप – प्रधानमंत्री धनबल का प्रयोग कर रहे
जदयू के प्रस्ताव में आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्षी आवाजों को शांत कराने की कोशिश कर रही है। देश में ‘अघोषित आपातकाल’ लगे होने का दावा किया गया। बिहार में राजद, कांग्रेस सहित सात दलों के साथ नई महागठबंधन सरकार बनाने वाली जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पूर्व सहयोगी दल भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, ‘भाजपा ने मणिपुर में हमारे पांच विधायकों को तोड़कर अपने चरित्र का परिचय दिया है। प्रधानमंत्री धनबल का प्रयोग कर रहे हैं। आने वाले समय में जदयू इसका माकूल जवाब देगी।’
ललन सिंह की टिप्पणी पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का पलटवार
ललन सिंह की टिप्पणी पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने पलटवार किया है। उन्होंने ललन सिंह से तीखे अंदाज में पूछा है कि अगर धनबल से विधायक टूटते हैं तो आपने राजद के आधा दर्जन से अधिक विधान पार्षद तोड़ने के लिए कितने करोड़ खर्च किए थे?
डॉ. जायसवाल ने अपने ट्विटर हैंडल के माध्यम से कहा, ‘माननीय ललन जी, अगर धनबल से विधायक टूटते हैं तो आपने राजद के आधा दर्जन से अधिक विधान पार्षद तोड़ने के लिए कितने करोड़ खर्च किए थे। राजद फिर से बिहार में सबसे बड़ी पार्टी बन सके, इसके लिए आपने कितने पैसे देकर एएमआईएम के विधायकों को राजद की सदस्यता दिलाई थी? अफसोस तो यह है कि लोजपा के जो विधायक ईमानदारी से आपके साथ गया, उस पर भी आप पैसे लेने का इल्जाम लगा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ऊपर निशाना साधते हुए ललन सिंह ने कहा था कि विपक्षी दल एकसाथ अगर आते हैं तो प्रधानमंत्री इसे भ्रष्टाचार कहते हैं। उन्हें जो करना है वो करें, लेकिन यह तय है कि जदयू अगले साल 2023 में राष्ट्रीय पार्टी बनने जा रही है।