चेन्नई, 29 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि नई शैक्षिक नीति बदलती परिस्थितियों में युवाओं को निर्णय लेने में अधिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करती है। प्रधानमंत्री मोदी यहां अन्ना विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस समारोह को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री मोदी 70 साल के बाद दूसरे प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इस विश्विविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया था।
प्रधानमंत्री ने कहा, “हम भाग्यशाली हैं कि आप लोग भारत के भविष्य के साथ-साथ अपने भविष्य का निर्माण करेंगे।आपका विकास भारत का विकास है, आपकी सीख भारत की सीख है, आपका भविष्य है भारत का भविष्य। हर अवसर का लाभ उठाएं और इसका सर्वोत्तम लाभ उठाएं।” प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक मजबूत सरकार प्रतिबंधात्मक नहीं बल्कि उत्तरदायी होती है। यह हर क्षेत्र में दखल नहीं देती बल्कि खुद को सीमित करके लोगों की प्रतिभा के लिए उचित स्थान बनाती है।
उन्होंने कहा, “पहले धारणा थी कि मजबूत सरकार वही है जो सब कुछ और हर किसी को नियंत्रित करती है। हमने इसे बदल दिया है। मजबूत सरकार सब कुछ और सभी को नियंत्रित नहीं करती बल्कि यह व्यवस्था को नियंत्रित करती है। एक मजबूत सरकार प्रतिबंधात्मक नहीं बल्कि उत्तरदायी है। मजबूत सरकार हर क्षेत्र में दखलंदाजी नहीं करती है। वह खुद को सीमित करती है और लोगों की प्रतिभा के लिए जगह बनाती है। इसलिए आप सभी क्षेत्रों में सुधार देखते हैं। लोगों को अपने दम पर निर्णय लेने की स्वतंत्रता है। नयी शिक्षा नीति बदलती परिस्थितियों में युवाओं को उनके अनुसार निर्णय लेने की अधिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करती है।”