ड्रग्स केस : आरोपों में घिरे एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े को बॉम्बे हाई कोर्ट से राहत
मुंबई, 28 अक्टूबर। मुंबई क्रूज ड्रग्स केस की जांच के दौरान खुद कई आरोपों में घिर गए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के मुंबई जोनल निदेशक समीर वानखेड़े को बॉम्बे हाई कोर्ट से गुरुवार को राहत मिली, जब महाराष्ट्र सरकार की ओर से अदासत को यह आश्वासन दिया गया कि यदि वानखेड़े को गिरफ्तार किया गया तो तीन दिन पहले उन्हें नोटिस दी जाएगी।
ड्रग्स केस : आर्यन खान सहित तीन आरोपितों को मिली जमानत, एक-दो दिनों में होगी रिहाई
गौरतलब है कि समीर वानखेड़े ने ड्रग्स केस की जांच की कमान संभाल रखी है। इस मामले में गिरफ्तार बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान सहित आरोपितों को 23 दिनों बाद गुरुवार को ही हाई कोर्ट से जमानत मिली। वानखेड़े ने पिछले दिनों इस मामले में बॉलीवुड एक्ट्रेस अनन्या पांडेय से भी पूछताछ की थी।
ड्रग्स केस की जांच के दौरान खुद कई आरोपों में घिर गए समीर
फिलहाल इस केस की जांच प्रक्रिया के दौरान वानखेड़े खुद कई आरोपों में घिर गए। एक तरफ महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ उनके धर्म को लेकर ही मोर्चा खोल दिया तो दूसरी तरफ ड्रग्स केस के एक गवाह प्रभाकर सैल ने एक नोटरीकृत हलफनामे में यह बयान देकर सनसनी फैला दी कि समीर ने आर्यन को छोड़ने के एवज में 25 करोड़ रुपये घूस की मांग की थी।
समीर ने हाई कोर्ट से अंतरिम सुरक्षा की मांग की थी
इन आरोपों के बीच समीर वानखेड़े ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अर्जी दायर कर अंतरिम सुरक्षा की मांग की थी। साथ ही एनसीबी अधिकारी ने कहा था कि यदि उनके खिलाफ जांच की जाती है तो वह जांच केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई) करे। इस समय मुंबई पुलिस उनके खिलाफ जांच कर रही है।
वानखेड़े के खिलाफ 4 अलग-अलग याचिकाएं
हाई कोर्ट में गुरुवार दोपहर हुई सुनवाई में महाराष्ट्र सरकार के वकील ने कोर्ट को बताया, ‘हमारे पास समीर वानखेड़े के खिलाफ चार अलग-अलग याचिकाएं हैं। वानखेड़े के खिलाफ एसीपी लेवल अधिकारी जांच कर रहे हैं। यह जांच अभी हाल ही में शुरू हुई है। हमने वानखेड़े के खिलाफ कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की है। ऐसे में यह आवेदन अभी शुरुआती चरण में ही है।’ वकील ने कोर्ट को यह भी आश्वासन दिया कि मुंबई पुलिस अगर वानखेड़े को गिरफ्तार करेगी तो तीन दिन पहले नोटिस देगी।
समीर की पहली शादी का कथित निकाहनामा सार्वजनिक कर चुके हैं नवाब मलिक
वानखेड़े के खिलाफ लगाए जा रहे आरोपों की बात करें तो राज्य के मंत्री नवाब मलिक ने एनसीबी अधिकारी की पहली शादी का एक कथित निकाहनामा ही सार्वजनिक करते हुए अपना दावा दोहरा दिया है कि वह हिन्दू न होकर मुसलमान हैं और वह झूठे दस्तावेजों के आधार पर सरकारी सेवा में बने हुए हैं। हालांकि समीर और उनके पिता का दावा है कि उनका परिवार हिन्दू है। समीर का कहना है कि उनकी मां मुस्लिम थीं।
उधर आर्यन खान मामले के गवाह प्रभाकर सैल ने समीर पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के ही आरोप मढ़ दिए। पुणे में गिरफ्तार किए गए इस मामले के एक अन्य गवाल किरण गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर ने दावा किया था कि आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये मांगे गए थे और 18 करोड़ पर सहमति बनी थी। इसमें आठ करोड़ वानखेड़े को दिए जाने थे जबकि दस करोड़ रुपये एनसीबी में बंटते।