नई दिल्ली, 4 अगस्त। कोविड-19 महामारी से लगभग मुक्त हो चली राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक अहम फैसला करते हुए आरटी-पीसीआर जांच की दरें घटा दी हैं। अब राजधानी के सभी निजी अस्पतालों और पैथोलॉजी लैब में आरटी-पीसीआर जांच नई दरों के अनुसार की जाएगी।
300 से लेकर 700 रुपये तक की दर निर्धारित
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सरकार के फैसले की जानकारी एक ट्वीट के जरिए साझा की है। दिल्ली में अब जरूरतमंद व्यक्ति कोरोना की जांच 300 रुपये से लेकर 700 रुपये तक निजी अस्पताल से लेकर घर तक में करा सकता हैं।
दिल्ली सरकार के दिशानिर्देशों के अनुसार घर से भी सैंपल कलेक्शन पर दाम ज्यादा नहीं देने होंगे। सरकार ने होम कलेक्शन के लिए 700 रुपये शुल्क तय किया है। आम आदमी अब निजी लैब और अस्पतालों में 500 रुपये की दर से कोरोना जांच करा सकते हैं। वहीं अब रैपिड एंटीजेन टेस्ट की कीमत 300 रुपये कर दी गई है।
दो अस्पतालों में डेल्टा प्लस वैरिएंट की जांच भी शुरू
गौरतलब है कि कोरोना की कई तरह की जांच अब दिल्ली में शुरू हो गई है। पिछले महीने ही राष्ट्रीय राजधानी के दो अस्पतालों में डेल्टा प्लस वैरिएंट की जांच भी शुरू हुई है। कुछ दिन पहले तक केंद्र सरकार के अस्पतालों में डेल्टा प्लस वैरिएंट की जांच के लिए सैंपल भेजना पड़ता था, लेकिन अब दिल्ली सरकार के अस्पतालों में भी इसकी जांच शुरू हो गई है।
सरकारी अस्पतालों में कोरोना की मुफ्त जांच यथावत
दिल्ली सरकार के अनुसार एलएनजेपी सहित राजधानी के सभी सरकारी अस्पतालों में पहले की तरह की कोरोना जांच मुफ्त होती रहेंगी। दिल्ली के दो अस्पतालों में दो जीनोम सिक्वेंसिंग लैब भी काम कर रही हैं। एक लैब लोक नायक अस्पताल में और दूसरी आईएलबीएस अस्पताल में बनाई जा रही है। कोरोना के बदलते रूप का अध्ययन करने के लिए ये लैब बनाई गई हैं।